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मेडिकल कॉलेज के पीजी डॉक्टर फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, चरमराई व्यवस्था - Haldwani News

सुशीला तिवारी अस्पताल के खोले जाने से ठीक पहले पीजी डॉक्टर पूर्ण वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि लगातार उनके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

Medical College Haldwani
पीजी डॉक्टर हड़ताल
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Published : Nov 30, 2020, 10:17 PM IST

Updated : Nov 30, 2020, 11:53 PM IST

हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत पीजी डॉक्टर एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. 1 दिसंबर से जहां अस्पताल प्रशासन ने सभी प्रकार की ओपीडी खोले जाने का निर्णय लिया है. ऐसे में पीजी डॉक्टर के हड़ताल पर चले जाने के बाद से सुशीला तिवारी अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ा गई है. अस्पताल प्रशासन डॉक्टरों को चेतावनी जारी कर कहा है कि जल्द से जल्द अपना कार्यभार संभालें नहीं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं पीजी डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा देनी शुरू कर दी हैं, लेकिन हड़ताल को जारी रखे हुए हैं.

Haldwani Medical College
पीजी डॉक्टर फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर.
गौर हो कि सुशीला तिवारी अस्पताल के खोले जाने से ठीक पहले पीजी डॉक्टर पूर्ण वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि लगातार उनके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. हर बार उन्हें आश्वासन दिया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा को अब तक अमल में नहीं लाया गया है. आज भी उनको आधा वेतन मिल रहा है. बता दें कि पीजी डॉक्टरों को वर्तमान में आधा वेतन मिल रहा है, जबकि मुख्यमंत्री द्वारा इसी वर्ष जनवरी माह में पूर्ण वेतन दिए जाने की घोषणा की थी. पीजी डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उन्हें पूर्ण वेतन दिए जाने का शासनादेश जारी नहीं हो जाता तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे. डॉक्टर ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो भूख हड़ताल करने के लिए विवश होंगे.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पीजी डॉक्टर.

पढ़ें- सूबे में बढ़ते जा रहे महिला उत्पीड़न के मामले, जानिए क्या है वजह

वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य चंद्र प्रकाश भैसोड़ा का कहना है कि डाक्टरों की मांगों को शासन तक पहुंचा दिया गया है और इस प्रशासन ही निर्णय देगा. फिलहाल अपने स्तर से डॉक्टर को समझाकर कार्य पर लौटाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर अपनी जिद पर अड़े रहे तो कोविड-19 के मद्देनजर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती.

हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत पीजी डॉक्टर एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. 1 दिसंबर से जहां अस्पताल प्रशासन ने सभी प्रकार की ओपीडी खोले जाने का निर्णय लिया है. ऐसे में पीजी डॉक्टर के हड़ताल पर चले जाने के बाद से सुशीला तिवारी अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ा गई है. अस्पताल प्रशासन डॉक्टरों को चेतावनी जारी कर कहा है कि जल्द से जल्द अपना कार्यभार संभालें नहीं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं पीजी डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा देनी शुरू कर दी हैं, लेकिन हड़ताल को जारी रखे हुए हैं.

Haldwani Medical College
पीजी डॉक्टर फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर.
गौर हो कि सुशीला तिवारी अस्पताल के खोले जाने से ठीक पहले पीजी डॉक्टर पूर्ण वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि लगातार उनके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. हर बार उन्हें आश्वासन दिया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा को अब तक अमल में नहीं लाया गया है. आज भी उनको आधा वेतन मिल रहा है. बता दें कि पीजी डॉक्टरों को वर्तमान में आधा वेतन मिल रहा है, जबकि मुख्यमंत्री द्वारा इसी वर्ष जनवरी माह में पूर्ण वेतन दिए जाने की घोषणा की थी. पीजी डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उन्हें पूर्ण वेतन दिए जाने का शासनादेश जारी नहीं हो जाता तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे. डॉक्टर ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो भूख हड़ताल करने के लिए विवश होंगे.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर पीजी डॉक्टर.

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वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य चंद्र प्रकाश भैसोड़ा का कहना है कि डाक्टरों की मांगों को शासन तक पहुंचा दिया गया है और इस प्रशासन ही निर्णय देगा. फिलहाल अपने स्तर से डॉक्टर को समझाकर कार्य पर लौटाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर अपनी जिद पर अड़े रहे तो कोविड-19 के मद्देनजर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती.

Last Updated : Nov 30, 2020, 11:53 PM IST
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