हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत पीजी डॉक्टर एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. 1 दिसंबर से जहां अस्पताल प्रशासन ने सभी प्रकार की ओपीडी खोले जाने का निर्णय लिया है. ऐसे में पीजी डॉक्टर के हड़ताल पर चले जाने के बाद से सुशीला तिवारी अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ा गई है. अस्पताल प्रशासन डॉक्टरों को चेतावनी जारी कर कहा है कि जल्द से जल्द अपना कार्यभार संभालें नहीं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं पीजी डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा देनी शुरू कर दी हैं, लेकिन हड़ताल को जारी रखे हुए हैं.
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वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य चंद्र प्रकाश भैसोड़ा का कहना है कि डाक्टरों की मांगों को शासन तक पहुंचा दिया गया है और इस प्रशासन ही निर्णय देगा. फिलहाल अपने स्तर से डॉक्टर को समझाकर कार्य पर लौटाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर अपनी जिद पर अड़े रहे तो कोविड-19 के मद्देनजर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती.