रामनगर: अटल उत्कृष्ट राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में कक्षा 9 में प्रवेश लेने वाली छात्राओं ने प्रधानाचार्य पर गंभीर आरोप लगाया है. छात्राओं का आरोप है कि दाखिला लेने पहुंची छात्राओं को प्रधानाचार्य ने ये कह कर वापस कर दिया कि कॉलेज में केवल अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ग्रहण करने वाली छात्राओं को ही प्रवेश दिया जाएगा. वहीं, छात्राओं और उनके अभिभावकों ने कॉलेज में जमकर हंगामा किया.
छात्राओं का कहना है कि इस कॉलेज में उन्होंने अभी तक हिंदी माध्यम की ही शिक्षा ग्रहण की है. अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा ग्रहण करने के दौरान उन्हें काफी मुश्किल होगी. छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज के प्राचार्य ने उनसे कहा कि वो सभी किसी दूसरे कॉलेज में प्रवेश लें. छात्राओं का कहना है कि 2 महीने बाद परीक्षाएं होने वाली हैं. ऐसे में वो किसी दूसरे कॉलेज में कैसे प्रवेश ले सकती हैं. अब ऐसे में छात्राओं के आगे पढ़ाई को जारी रखने का संकट खड़ा हो गया है.
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वहीं, अभिभावकों ने सरकार की इस नीति का विरोध जताते हुए कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा बुलंद कर रही है वहीं, दूसरी ओर स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाली छात्राओं को स्कूल से वापस किया जा रहा है. ऐसे में छात्राएं कैसे पढ़ेंगी और कैसे अपने पैरों पर खड़ी होंगी. अभिभावकों का कहना है कि वो मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों को किसी तरह से शिक्षित कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनके बच्चों का शोषण कर रही है.
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इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी वंदना रौतेला का कहना है कि अटल उत्कृष्ट राजकीय कन्या इंटर कॉलेज को सरकार ने ले लिया है, जिसके तहत इस कॉलेज में अब CBSE बोर्ड के तहत कक्षाएं संचालित होंगी. उन्होंने प्राचार्य द्वारा छात्राओं को कॉलेज से बाहर निकालने पर कहा कि मामला गंभीर है. इसके लिए उन्होंने प्रधानाचार्य को चेतावनी देते हुए कहा कि कॉलेज में आने वाली सभी छात्राओं को प्रवेश दिया जाए. वहीं, मामले को लेकर उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. अधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.