रामनगर: विद्युत बिलों की रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा से हटाकर सरकारी कर्मचारी से कराने और विद्युत बिलों का वितरण दो माह के बजाय एक माह में उपभोक्ताओं को किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने विद्युत कार्यालय में प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा.
विद्युत कार्यालय में प्रदर्शन कर रहे पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि जब से विद्युत बिल की रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा में दिया गया है तब से उपभोक्ताओं के विद्युत बिल दो से तीन गुना तक अधिक आ रहे हैं. जिसका मुख्य कारण ठेकेदार के कर्मचारी द्वारा रीडिंग के कार्य में गड़बड़ी करना है. इस कारण बिल बढ़ कर आ रहे हैं. उन्होंने बिल रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा से हटाकर स्वयं विभाग के कर्मचारियों से कराए जाने की मांग करते हुए कहा कि इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.
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इसके साथ ही उन्होंने उपभोक्ताओं को दो माह में दिए जाने वाले बिल को प्रत्येक माह में दिए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह बिल दिए जाने से उपभोक्ता को इसे जमा करने में सुविधा के साथ ही आर्थिक बोझ भी अधिक नहीं पड़ेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि 100 यूनिट के बाद 200, 400 यूनिट का बढ़ा हुआ बिल उपभोक्ताओं को ना देना पड़े. उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से लेते हुए पूरा नहीं किया गया तो वह आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.
वहीं, विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता विवेक कांडपाल ने कहा कि रीडिंग का कार्य ठेकेदारी प्रथा में देना मुख्यालय स्तर की बात है. साथ ही उन्होंने उपभोक्ताओं को प्रत्येक माह बिल दिए जाने की बात पर कहा कि इस पर मुख्यालय स्तर पर कार्य चल रहा है. इसके साथ ही दिए गए ज्ञापन के संबंध में मुख्यालय को अवगत कराने की बात कही.