रामनगर: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वित्त मंत्री के रूप में अपना पहला बजट पेश किया. लेकिन ये प्रदेश का चौथा बजट है. वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 53,526 करोड़ रुपये का बजट पेश करते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने इसे नई आशाओं, आकांक्षाओं का बजट बताया.
गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने की घोषणा के बाद रामनगर में ईटीवी भारत की टीम ने बजट पर लोगों की राय जानी और चर्चा की. भावना जोशी ने कहा कि सरकार को इस बजट में विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन आदि को बढ़ाना चाहिए. आज के समय 35 रुपये रोज में कहां गुजारा होता है. बसंती खुल्बे ने कहा कि लोगों की रसोई का खर्च कम हो घर चलाना लगातार महंगा होता जा रहा है. इसमें कुछ राहत मिले इसके लिए विशेष इंतजाम करने चाहिए.
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सचिन गौर ने कहा कि बजट सराहनीय है. राज्य सरकार को युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने चाहिए व पलायन पर कुछ नया लेकर आना चाहिए. जिससे पलायन की समस्या को रोका जा सके. बबली मेहता ने कहा की 2020-21 का जो बजट मुख्यमंत्री ने पेश किया है. वह लोगों की आकांक्षाओं को लेकर उतना ही छोटा है. जो ग्रीष्मकालीन राजधानी में खुली है. वह एक लॉलीपॉप है.