नैनीताल: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में पिछले कई दिनों बर्फबारी का दौरा जारी है. सरोवर नगरी नैनीताल में शनिवार को एक बार फिर जोरदार बर्फबारी हुई, जिसका पर्यटकों ने जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. वहीं, इस बर्फबारी ने ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ा दी है क्योंकि, बर्फबारी के बाद कई गांवों को संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है. ऐसे में ग्रामीणों को सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में हो रही है.
पर्यटक भले ही इस बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए दूर-दराज से सरोवर नगरी पहुंच रहे हो, लेकिन इस बर्फबारी से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. क्योंकि पिछले दिनों हुई बर्फबारी से नैनीताल-पंगुट मार्ग बाधित हो गया था. बर्फबारी के बाद रात में पाला पड़ने लगा है, जिस वजह से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क पर फिसलन की वजह से कई ग्रामीण मार्गों के बंद करना पड़ा. ऐसे में पंगुट, सौड़, बगड़ और घुघुखांन के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग इन सड़कों को खोलने की कोशिश में लगा हुआ है, ताकि ग्रामीणों को जल्द से जल्द राहत मिल सके.
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नैनीताल समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के बंद मार्गों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग ने करीब 12 जेसीबी मशीनें लगाई है. पाले की वजह जो फिसलन हुई है उसको कम करने के लिए सड़कों पर नमक डाला जा रहा है. कई जगहों पर बर्फ को पिघलाकर रास्ते खोलने की कोशिश की हो रही है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है बर्फबारी के दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. रोजमर्रा की चीजों के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन को उनके लिए कोई वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि उनको बर्फबारी के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत है न हो.