हल्द्वानी: ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर हुआ है. ईटीवी भारत ने हल्द्वानी महिला अस्पताल में अनियमितताएं, अल्ट्रासाउंड बंद होने से गर्भवती महिलाओं को परेशानी और आशा कार्यकर्ताओं की ओर से निजी अस्पतालों में महिलाओं के अल्ट्रासाउंड करवाने की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. खबर दिखाए जाने के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉक्टर सरोज नैथानी ने मामले को गंभीरता से लिया है. इतना ही नहीं उन्होंने खुद अस्पताल का औचक निरीक्षण भी किया.
बता दें कि बीती 11 जून को ईटीवी भारत ने 'हल्द्वानी महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड बंद, गर्भवती महिलाओं के साथ हो रहा 'खेल' और 13 जून को 'मात्र तीन डॉक्टरों के सहारे हल्द्वानी महिला अस्पताल, स्टाफ की कमी कब होगी दूर?' हेडलाइन से खबरों को प्रमुखता से दिखाया था. जिसका बड़ा असर हुआ है. मामला सुर्खियों में आने के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉक्टर सरोज नैथानी ने हल्द्वानी के महिला अस्पताल और बेस अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया. साथ ही आशा वर्करों से भी मुलाकात की.
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक सरोज नैथानी (NHM Director Saroj Naithani) ने कहा कि तकनीकी दिक्कतों के चलते राजकीय महिला अस्पताल हल्द्वानी (Government Women Hospital Haldwani) का अल्ट्रासाउंड बंद हो गया था, लेकिन अब फिर से शुरू हो गया है. सभी गर्भवती महिलाओं को निशुल्क अल्ट्रासाउंड कराने और उनको घर लाने ले जाने की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जाती है.
किसी भी समस्या के लिए गर्भवती महिलाएं टोल फ्री नंबर 104 पर करें शिकायतः उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए महिला अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया गया है. वहीं, उन्होंने टीम को सभी व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही गर्भवती महिलाओं से कोई भी समस्या होने पर टोल फ्री नंबर 104 पर शिकायत करने की अपील भी की.