हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की घड़ी बिल्कुल ही नजदीक आ चुकी है. ऐसे में हल्द्वानी सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर है, लेकिन जनता उसी को वोट करेगी, जो जनहित के मुद्दों पर काम करेगा. हल्द्वानी विधानसभा में मुख्य मुद्दा रोजगार, पलायन, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य का है. इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है. क्योंकि गर्मी के दिनों में हल्द्वानी के आधा से ज्यादा आबादी वाले इलाकों में पेयजल संकट गहरा जाता है.
हर बार विधानसभा चुनाव में जमरानी बांध का मुद्दा जिन्न की तरह बाहर आता है और चुनाव खत्म होते ही जमरानी बांध का मुद्दा अगले 5 सालों के लिए फिर से अधर में लटक जाता है. हल्द्वानी में स्वास्थ्य सुविधा बदहाल है. अस्पताल तो है, लेकिन सारी सुविधाएं नहीं है. कुमाऊं के एक बड़े हिस्से के लोग पलायन कर हल्द्वानी रोजगार की तलाश में आते हैं लेकिन यहां रोजगार की कोई भी संभावना फिलहाल नजर नहीं आ रही है.
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कुमाऊं मंडल के ज्यादात्तर लोग सुविधाओं की चाह में हल्द्वानी में बसते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं का यहां भी काफी अभाव है. जमरानी बांध, पार्किंग, यातायात व्यवस्था, बस अड्डा समेत कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनका जनता हल चाहती है, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने इन मुद्दों पर काम नहीं किया. लिहाजा, इस बार जनता ऐसे प्रत्याशी को जनता वोट करेगी, जो इन मुद्दों पर खरा उतरने का प्रयास करेगा.