रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (Corbett tiger reserve) के नेचर गाइड्स ने आज गर्जिया पर्यटन जोन खोले जाने की मांग को लेकर उप निदेशक कार्यालय का घेराव किया. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने कॉर्बेट उप निदेशक को एक ज्ञापन भी सौंपा. उन्होंने कहा कि बीते तीन महीनों से वह बेरोजगार हैं, ऐसे में पार्क प्रशासन उन्हें दोबारा रोजगार मुहैया कराने को लेकर पर्यटकों के लिए गर्जिया जोन को खोल दें. साथ ही गर्जिया जोन के प्रवेश द्वार के रास्ते बहुत ही खराब हैं, पहाड़ी ढलान होने के कारण यहां साल भर जिप्सी फिसलने का डर बना रहता है. हल्की बारिश होने की स्थिति में गेट को बंद करना पड़ता है. जिसके वजह से मानसून में रास्ते खराब होने की वजह से यहां सफारी नहीं हो पाती है.
कॉर्बेट उप निदेशक को ज्ञापन सौंपते हुए नेचर गाइड्स ने कहा कि मानसून में गर्जिया जोन का रास्ता खराब होने के कारण सफारी आमडंडा गेट से संचालित की जाती है. ऐसे में भविष्य में पर्यटक, जिप्सी चालक एवं नेचर गाइड्स के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है. यदि कोई अप्रिय घटना घटित हो गयी तो हमारे नेशनल पार्क की छवि खराब होगी. उन्होंने कहा कि इस जोन की टूरिज्म गतिविधि को किसी अन्य गेट से संचालित कराना सुनिश्चित करें. ताकि पर्यटकों, जिप्सी चालक व नेचर गाइडों के साथ किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो.
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बता दें कि 2 दिन पूर्व गर्जिया जोन से पर्यटक गतिविधियों को संचालित किए जाने को लेकर पर्यटन कारोबारियों ने कॉर्बेट पार्क के उपनिदेशक को ज्ञापन दिया था. अब यह तो आने वाला समय बताएगा कि यह जोन कॉर्बेट प्रशासन कहां से संचालित करता है. वहीं, इस मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उप निदेशक नीरज शर्मा ने कहा नेचर गाइड्स के माध्यम से हमें एक ज्ञापन प्राप्त हुआ है. जिसमें गर्जिया जोन को खोले जाने को लेकर व गर्जिया जोन को कहीं और जगह शिफ्ट किए जाने को लेकर इस ज्ञापन में बात कही गई है. इस विषय में निदेशक से वार्ता कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.