हल्द्वानी: उत्तराखंड में काश्तकार अपनी मेहनत और लगन से नए आयाम गढ़ रहे हैं. उन्हीं में से एक गौलापार के रहने वाले नरेंद्र मेहरा भी हैं. नरेंद्र मेहरा ने जैविक खेती कर हल्दी के एक पौधे से 25 किलोग्राम हल्दी पैदा करने का एक रिकॉर्ड कायम किया था. गहन निरीक्षण के बाद ग्रेटेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड ने उनकी इस उपलब्धि को विश्व रिकॉर्ड में शामिल करते हुए उन्हें गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र दिया है. किसान नरेंद्र मेहरा को यह सम्मान तमिलनाडु के कोयंबटूर में दिया गया.
किसान की मेहनत लाई रंग: उत्तराखंड के गन्ना किसानों के दल के साथ अध्ययन यात्रा में कोयंबटूर गए किसान नरेंद्र सिंह मेहरा को उत्तराखंड के गन्ना आयुक्त एचडी पांडे, आईसीएआर-गन्ना प्रजनन अनुसंधान संस्थान कोयंबटूर, संस्थान की निदेशक डॉ. हेमाप्रभा द्वारा ग्रेटेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र एवं मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया. नरेंद्र मेहरा को इस उपलब्धि पर उत्तराखंड सहित देश के अन्य प्रांतों के किसानों द्वारा लगातार बधाइयां प्राप्त हो रही हैं.
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ग्रेटेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज: मेहरा ने आयुक्त गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग एचडी पांडे का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि एक किसान के मनोबल को कोयंबटूर पहुंचकर बढ़ाया है. इस कार्यक्रम में उपस्थित उत्तराखंड के सभी किसान बंधुओं का भी उन्होंने हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि यह सम्मान उन सभी किसान बंधुओं को समर्पित है, जो उत्तराखंड के विकास के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं. गौर हो कि हल्द्वानी के गौलापार निवासी प्रगतिशील किसान नरेंद्र मेहरा ने अपने खेत में एक हल्दी के पौधे से 25 किलो हल्दी तैयार की थी, जो कृषि वैज्ञानिकों के लिए भी आश्चर्यजनक था.