हल्द्वानी: उत्तराखंड में पिछले 3 दिन हुई मूसलाधार बारिश पहाड़ी जिलों में कई मार्ग बंद हो गए हैं. प्रदेश भर में पहाड़ी जिलों में जगह-जगह पहाड़ियां दरक रही हैं. लैंडस्लाइड के कारण मार्ग बंद होने से जगह-जगह लोग फंसे हुए हैं. ऐसे में नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी रेस्क्यू कार्य का मोर्चा संभालते हुए पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ डटी हुई है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा जनता से अपील की गई है कि वह घर से बाहर न निकले, अपने घरों में सुरक्षित रहें. आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे अब तक पुलिस ने 1,421 लोगों और 8 परिवारों को सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला गया है. सभी को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है. एसएसपी ने जनता से अनुरोध किया कि आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे पर्यटकों एवं यात्रियों/वाहनों को पुलिस प्रशासन की टीम, एसडीआरएफ, आर्मी के द्वारा लगातार रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित निकाला जा रहा है.
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एसएसपी ने बताया कि जिन क्षेत्र में रेस्क्यू टीम नहीं पहुंची है. वहां पर रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा. सभी से धैर्य एवं संयम बनाए रखने की अपील की है.
बता दें कि, प्रदेश में पिछले तीन दिनों से हुई बारिश के बाद अब मौसम खुलने लगा है. कई मार्गों को बहाल किया गया है. वहीं, उत्तराखंड में बारिश भारी तबाही लेकर आई है. बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण अबतक प्रदेश में 45 लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोग लैंडस्लाइड के कारण लापता हैं. नदियां उफान पर हैं तो नैनीताल जिले का सड़क संपर्क देश-दुनिया से कट चुका है. चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है.
अगर, बात नैनीताल की करें तो नैनीताल जनपद में पिछले 48 घंटे हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है. भारी बारिश की वजह से नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. जगह-जगह मलबा आने और सड़कें क्षतिग्रस्त होने से नैनीताल जिले से कुमाऊं मंडल के सभी संपर्क मार्ग कट गए हैं. वहीं, आपदा के चलते अभी तक 30 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि बहुत से लोग अभी लापता हैं.