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नैनीताल दीक्षा हत्याकांड: विदेश भागने की फिराक में था प्रेमी इमरान, जानें क्यों बना था ऋषभ तिवारी? - imran alias rishabh tiwari arrested from ghaziabad

नैनीताल में हुई दीक्षा मिश्रा की हत्या के आरोपी ऋषभ उर्फ इमरान को पुलिस ने यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी. 16 अगस्त की सुबह नैनीताल के एक होटल में दीक्षा का शव मिला था. उसके बाद से ही दीक्षा का लिव इन पार्टनर इमरान फरार था. पुलिस के अनुसार, इमरान ने नोएडा में दीक्षा की बेटी से उसके मोबाइल का लॉक खुलवाया था.

दीक्षा मिश्रा हत्याकांड
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Published : Aug 18, 2021, 3:40 PM IST

Updated : Aug 18, 2021, 7:18 PM IST

नैनीताल: दीक्षा मिश्रा हत्याकांड में नैनीताल पुलिस ने मुख्य आरोपी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. आज (18 अगस्त) नैनीताल के एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया. एसपी सिटी ने बताया कि दीक्षा की हत्या के बाद ही पुलिस की एक टीम नैनीताल से ऋषभ उर्फ इमरान की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद के लिए रवाना हुई थी. इस टीम ने कई जगहों पर दबिश दी तब जाकर वो पुलिस के हत्थे चढ़ा. आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

दो साल से लिव इन रिलेशन में थे दोनों: पुलिस ने बताया कि दीक्षा का उसके पति से तलाक हो गया था, वो अपनी बेटी के साथ नोएडा में रहती थी. इमरान और दीक्षा बीते दो साल से लिव इन रिलेशन में रह रहे थे. बीते कुछ महीनों से दीक्षा और इमरान का बीच विवाद चल रहा था. नैनीताल के होटल ग्लैक्सी होम स्टे में भी दीक्षा ने इमरान के साथ मारपीट की थी. इसी आवेश में आकर उसने दीक्षा का गला दबाकर हत्या कर दी.

दीक्षा मिश्रा हत्याकांड का खुलासा

दीक्षा के तीन बॉयफ्रेंड थे: वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इमरान ने पुलिस को बताया कि दीक्षा की शादी 2008 में हुई थी, लेकिन 2012 में वो अपने पति से अलग हो गई थी. पति के अलग रहने के बाद उसकी मुलाकात सुरेंद्र यादव से हुई. सुरेंद्र के साथ भी वो लंबे समय तक लिव इन रिलेशन में रही थी. हालांकि कुछ समय बाद दोनों में अनबन हो गई और दोनों अलग हो गए.

इमरान के मुताबिक, सुरेंद्र के बाद दीक्षा किसी और युवक संपर्क में आई थी. उसके साथ भी दीक्षा लिव इन रिलेशन में रही. हालांकि उसका ये रिश्ता भी कुछ ही दिन चला. इसके बाद 2018 में दीक्षा और उसकी (इमरान) की मुलाकात हुई और दोनों साथ रहने लगे. हालांकि, उसने अपना नाम इसलिए बदला ताकि दोनों के साथ रहने पर सवाल न उठें. दीक्षा को उसकी असल पहचान का पहले से पता था.

दीक्षा के स्वभाव बदल गया था: इमरान ने पुलिस को बताया कि बीते कुछ समय से दीक्षा का स्वभाव बदला गया था. दीक्षा अकसर शराब पीने के बाद उससे लड़ती थी. वारदात की रात भी दीक्षा के पुराने बॉयफ्रेंड का कॉल आया था. इसकी वजह से दोनों के बीच बहस हुई और फिर दीक्षा ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की. गुस्से में आकर इमरान ने दीक्षा की गला घोंटकर हत्या कर दी.

पढ़ें- दीक्षा मिश्रा हत्याकांड: लव जिहाद एंगल की पुलिस कर रही जांच, चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

होटल स्टॉफ से वापस मांगी आईडी: दीक्षा के मर्डर के बाद इमरान चुपके से रात में ही होटल से निकल गया. उससे पहले इमरान ने होटल रिसेप्शन पर जमा की गई अपनी आईडी यह कहते हुए वापस मांग ली थी कि वह सुबह दीक्षा और अपनी आईडी एक साथ जमा करवा देगा और होटल रिसेप्शन ने इमरान को उसकी आईडी वापस दे दी, जिसके बाद इमरान मौके से फरार हो गया. गनीमत रही कि होटल कर्मियों ने इमरान का नाम होटल रजिस्टर में दर्ज कर लिया जिससे उसका असली नाम सामने आ सका.

विदेश भागने की फिराक में था इमरान: इमरान नैनीताल से सीधे नोएडा पहुंचा. यहां पहुंचकर वो सीधे नोएडा स्थित अपने फ्लैट में पहुंचा. फ्लैट से जरूरी सामान लेने के बाद इमरान दीक्षा के घर पहुंचा, जहां उसने फोन भूलने का बहाना बनाकर दीक्षा की बेटी से मोबाइल का पासवर्ड पूछा और लॉक खोलकर फोन लेकर चला गया. यहां से वो विदेश भागने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस ने इमरान का मोबाइल जब्त कर लिया है.

दीक्षा के मोबाइल का कर रहा था इस्तेमाल: पुलिस ने बताया कि आरोपी दीक्षा के मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था क्योंकि उसे ये लग रहा था कि पुलिस दीक्षा के मोबाइल को ट्रेस नहीं करेगी. इसलिए वो दीक्षा के फोन से लोगों से संपर्क कर रहा था. पुलिस ने इमरान के पास से वो फोन जब्त कर लिया है.

परिजनों को नहीं थी सही जानकारी: बता दें कि मंगलवार 17 अगस्त को ही दीक्षा मिश्रा के परिजन नैनीताल पहुंचे थे. पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने दीक्षा का शव उन्हें सुपुर्द कर दिया था. दीक्षा के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि इमरान ने उनसे अपनी पहचान छुपाई थी और उनसे भी वो ऋषभ तिवारी बनकर मिला था. दीक्षा का परिवार भी इमरान को ब्राह्मण समझता था.

वहीं, नोएडा से महिला के साथ नैनीताल घूमने पहुंची श्वेता ने बताया कि ऋषभ और दीक्षा नोएडा में उनके फ्लैट के ऊपरी मंजिल पर रहते थे और उन्हें भी इमरान का नाम ऋषभ तिवारी ही पता था. पूरी कॉलोनी इमरान को ऋषभ नाम से ही जानती थी.

पढ़ें- नाम छिपाकर की दोस्ती, नैनीताल में मनाया जन्मदिन, अगले दिन मिला शव, प्रेमी फरार

पुलिस ने लव जिहाद मामले से किया इनकार: आरोपी इमरान के पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद पुलिस ने लव जिहाद जैसा मामला होने से इनकार करते हुए जांच की बात कही है. एसपी सिटी देवेंद्र पींचा ने बताया कि दीक्षा ने सीने पर इमरान नाम का टैटू बनवाया था, जिससे लगता है कि दीक्षा को ऋषभ के इमरान होने की जानकारी थी केवल दीक्षा के परिजन ही इस बात से अंजान थे.

होटल पर भी होगी कार्रवाई: पुलिस ने अवैध रूप से संचालित हो रहे होटल, रिसोर्ट और होमस्टे पर कार्रवाई करने की बात कही है, साथ ही ग्लैक्सी होम स्टे के संचालक के खिलाफ भी पुलिस एक्ट में कार्रवाई होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि बगैर आईडी के किसी भी सैलानी को होटल में कमरे न देने के निर्देश दिए जाते रहे हैं और ग्लैक्सी होम स्टे के स्टॉफ ने बिना जांच किए आरोपी इमरान के कहने पर उसकी आईडी वापस कर दी. इसके साथ ही जांच में पता चला है कि ये होटल मानकों के अनुरूप नहीं है.

क्या है मामला: दरअसल, नोएडा निवासी दीक्षा मिश्रा अपने तीन दोस्तों ऋषभ (असली नाम इमरान), अलमास उलहक और श्वेता शर्मा के साथ नैनीताल घूमने आई थी. 13 अगस्त को चारों रामनगर के एक रिसॉर्ट में ठहरे थे. 14 अगस्त को वो नैनीताल आए और एक होटल में दो कमरे ले लिए. 15 अगस्त को चारों दिनभर नैनीताल घूमे और रात के समय दीक्षा के जन्मदिन के मौके पर चारों ने पार्टी की.

बर्थडे पार्टी खत्म होने के बाद दीक्षा और इमरान उर्फ ऋषभ एक कमरे में और श्वेता-अलमास दूसरे कमरे में सोने चले गए. 16 अगस्त यानी सोमवार सुबह श्वेता जब दीक्षा को देखने उसके कमरे में पहुंची तो उसने दीक्षा को बेसुध पड़े देखा. श्वेता ने इसकी सूचना होटल स्टाफ को दी. इस बीच होटल कर्मियों ने भी दीक्षा को उठाना चाहा, लेकिन तब तक वो दम तोड़ चुकी थी, तभी से पुलिस दीक्षा के प्रेमी को तलाश रही थी.

नैनीताल: दीक्षा मिश्रा हत्याकांड में नैनीताल पुलिस ने मुख्य आरोपी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है. आज (18 अगस्त) नैनीताल के एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया. एसपी सिटी ने बताया कि दीक्षा की हत्या के बाद ही पुलिस की एक टीम नैनीताल से ऋषभ उर्फ इमरान की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद के लिए रवाना हुई थी. इस टीम ने कई जगहों पर दबिश दी तब जाकर वो पुलिस के हत्थे चढ़ा. आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

दो साल से लिव इन रिलेशन में थे दोनों: पुलिस ने बताया कि दीक्षा का उसके पति से तलाक हो गया था, वो अपनी बेटी के साथ नोएडा में रहती थी. इमरान और दीक्षा बीते दो साल से लिव इन रिलेशन में रह रहे थे. बीते कुछ महीनों से दीक्षा और इमरान का बीच विवाद चल रहा था. नैनीताल के होटल ग्लैक्सी होम स्टे में भी दीक्षा ने इमरान के साथ मारपीट की थी. इसी आवेश में आकर उसने दीक्षा का गला दबाकर हत्या कर दी.

दीक्षा मिश्रा हत्याकांड का खुलासा

दीक्षा के तीन बॉयफ्रेंड थे: वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इमरान ने पुलिस को बताया कि दीक्षा की शादी 2008 में हुई थी, लेकिन 2012 में वो अपने पति से अलग हो गई थी. पति के अलग रहने के बाद उसकी मुलाकात सुरेंद्र यादव से हुई. सुरेंद्र के साथ भी वो लंबे समय तक लिव इन रिलेशन में रही थी. हालांकि कुछ समय बाद दोनों में अनबन हो गई और दोनों अलग हो गए.

इमरान के मुताबिक, सुरेंद्र के बाद दीक्षा किसी और युवक संपर्क में आई थी. उसके साथ भी दीक्षा लिव इन रिलेशन में रही. हालांकि उसका ये रिश्ता भी कुछ ही दिन चला. इसके बाद 2018 में दीक्षा और उसकी (इमरान) की मुलाकात हुई और दोनों साथ रहने लगे. हालांकि, उसने अपना नाम इसलिए बदला ताकि दोनों के साथ रहने पर सवाल न उठें. दीक्षा को उसकी असल पहचान का पहले से पता था.

दीक्षा के स्वभाव बदल गया था: इमरान ने पुलिस को बताया कि बीते कुछ समय से दीक्षा का स्वभाव बदला गया था. दीक्षा अकसर शराब पीने के बाद उससे लड़ती थी. वारदात की रात भी दीक्षा के पुराने बॉयफ्रेंड का कॉल आया था. इसकी वजह से दोनों के बीच बहस हुई और फिर दीक्षा ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की. गुस्से में आकर इमरान ने दीक्षा की गला घोंटकर हत्या कर दी.

पढ़ें- दीक्षा मिश्रा हत्याकांड: लव जिहाद एंगल की पुलिस कर रही जांच, चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

होटल स्टॉफ से वापस मांगी आईडी: दीक्षा के मर्डर के बाद इमरान चुपके से रात में ही होटल से निकल गया. उससे पहले इमरान ने होटल रिसेप्शन पर जमा की गई अपनी आईडी यह कहते हुए वापस मांग ली थी कि वह सुबह दीक्षा और अपनी आईडी एक साथ जमा करवा देगा और होटल रिसेप्शन ने इमरान को उसकी आईडी वापस दे दी, जिसके बाद इमरान मौके से फरार हो गया. गनीमत रही कि होटल कर्मियों ने इमरान का नाम होटल रजिस्टर में दर्ज कर लिया जिससे उसका असली नाम सामने आ सका.

विदेश भागने की फिराक में था इमरान: इमरान नैनीताल से सीधे नोएडा पहुंचा. यहां पहुंचकर वो सीधे नोएडा स्थित अपने फ्लैट में पहुंचा. फ्लैट से जरूरी सामान लेने के बाद इमरान दीक्षा के घर पहुंचा, जहां उसने फोन भूलने का बहाना बनाकर दीक्षा की बेटी से मोबाइल का पासवर्ड पूछा और लॉक खोलकर फोन लेकर चला गया. यहां से वो विदेश भागने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस ने इमरान का मोबाइल जब्त कर लिया है.

दीक्षा के मोबाइल का कर रहा था इस्तेमाल: पुलिस ने बताया कि आरोपी दीक्षा के मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था क्योंकि उसे ये लग रहा था कि पुलिस दीक्षा के मोबाइल को ट्रेस नहीं करेगी. इसलिए वो दीक्षा के फोन से लोगों से संपर्क कर रहा था. पुलिस ने इमरान के पास से वो फोन जब्त कर लिया है.

परिजनों को नहीं थी सही जानकारी: बता दें कि मंगलवार 17 अगस्त को ही दीक्षा मिश्रा के परिजन नैनीताल पहुंचे थे. पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने दीक्षा का शव उन्हें सुपुर्द कर दिया था. दीक्षा के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि इमरान ने उनसे अपनी पहचान छुपाई थी और उनसे भी वो ऋषभ तिवारी बनकर मिला था. दीक्षा का परिवार भी इमरान को ब्राह्मण समझता था.

वहीं, नोएडा से महिला के साथ नैनीताल घूमने पहुंची श्वेता ने बताया कि ऋषभ और दीक्षा नोएडा में उनके फ्लैट के ऊपरी मंजिल पर रहते थे और उन्हें भी इमरान का नाम ऋषभ तिवारी ही पता था. पूरी कॉलोनी इमरान को ऋषभ नाम से ही जानती थी.

पढ़ें- नाम छिपाकर की दोस्ती, नैनीताल में मनाया जन्मदिन, अगले दिन मिला शव, प्रेमी फरार

पुलिस ने लव जिहाद मामले से किया इनकार: आरोपी इमरान के पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद पुलिस ने लव जिहाद जैसा मामला होने से इनकार करते हुए जांच की बात कही है. एसपी सिटी देवेंद्र पींचा ने बताया कि दीक्षा ने सीने पर इमरान नाम का टैटू बनवाया था, जिससे लगता है कि दीक्षा को ऋषभ के इमरान होने की जानकारी थी केवल दीक्षा के परिजन ही इस बात से अंजान थे.

होटल पर भी होगी कार्रवाई: पुलिस ने अवैध रूप से संचालित हो रहे होटल, रिसोर्ट और होमस्टे पर कार्रवाई करने की बात कही है, साथ ही ग्लैक्सी होम स्टे के संचालक के खिलाफ भी पुलिस एक्ट में कार्रवाई होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि बगैर आईडी के किसी भी सैलानी को होटल में कमरे न देने के निर्देश दिए जाते रहे हैं और ग्लैक्सी होम स्टे के स्टॉफ ने बिना जांच किए आरोपी इमरान के कहने पर उसकी आईडी वापस कर दी. इसके साथ ही जांच में पता चला है कि ये होटल मानकों के अनुरूप नहीं है.

क्या है मामला: दरअसल, नोएडा निवासी दीक्षा मिश्रा अपने तीन दोस्तों ऋषभ (असली नाम इमरान), अलमास उलहक और श्वेता शर्मा के साथ नैनीताल घूमने आई थी. 13 अगस्त को चारों रामनगर के एक रिसॉर्ट में ठहरे थे. 14 अगस्त को वो नैनीताल आए और एक होटल में दो कमरे ले लिए. 15 अगस्त को चारों दिनभर नैनीताल घूमे और रात के समय दीक्षा के जन्मदिन के मौके पर चारों ने पार्टी की.

बर्थडे पार्टी खत्म होने के बाद दीक्षा और इमरान उर्फ ऋषभ एक कमरे में और श्वेता-अलमास दूसरे कमरे में सोने चले गए. 16 अगस्त यानी सोमवार सुबह श्वेता जब दीक्षा को देखने उसके कमरे में पहुंची तो उसने दीक्षा को बेसुध पड़े देखा. श्वेता ने इसकी सूचना होटल स्टाफ को दी. इस बीच होटल कर्मियों ने भी दीक्षा को उठाना चाहा, लेकिन तब तक वो दम तोड़ चुकी थी, तभी से पुलिस दीक्षा के प्रेमी को तलाश रही थी.

Last Updated : Aug 18, 2021, 7:18 PM IST
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