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खूबसूरत नैनी झील की 'जहरीली सीरत', लापरवाह अफसरों के कारण खतरे में लाइफ लाइन

सरोवर नगरी की लाइफलाइन कही जाने वाली नैनी झील जल संस्थान के अधिकारियों की लापरवाही से प्रदूषित होने लगी है. नैनी झील में पिछले काफी लंबे समय से सीवर का गंदा पानी मिल रहा है. जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

नैनी झील में जाता सीवर का पानी.
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Published : Jun 23, 2019, 8:23 PM IST

Updated : Jun 23, 2019, 8:36 PM IST

नैनीताल: यूं तो सरोवर नगरी नैनीताल को उसकी सुंदरता के लिए विश्वभर में जाना जाता है. लेकिन यहां की मुख्य नैनी झील घीरे-धीरे प्रदूषित होती जा रही है. काफी लंबे समय से सीवर का गंदा पानी लीक होकर झील में जा रहा है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी इस दूषित पानी को पीने के लिए मजबूर हैं.

प्रदूषित होती नैनी झील

नैनीताल में झील के सहारे जहां पर्यटन का कारोबार टिका है. वहीं पीने के पानी की भी सप्लाई नैनी झील से ही की जाती है. लेकिन यही लाइफ लाइन अधिकारियों की लापरवाही से अब टूटती नजर आ रही है. दरअसल, बीते लंबे समय से सीवर का गंदा पानी झील में जा रहा है. लेकिन इसके ट्रीटमेंट के लिए प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं.

पढे़ं- विधानसभा सत्र से पहले पक्ष-विपक्ष एक साथ बैठा, स्पीकर ने सहयोग करने का किया आग्रह

स्थानीय लोगों की मानें तो 2005 से ही नैनी झील में सीवर का पानी जा रहा है. जिसकी शिकायत वे कई बार जल संस्थान और नगरपालिका से कर चुके हैं. लेकिन आज तक उनकी शिकायत का समाधान नहीं हुआ है. वहीं शहर के लोग गंदे पानी की सप्लाई के चलते बीमार होने लगे हैं. उधर, झील में गंदगी बढ़ने से सैलानियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने नैनीताल की इस सुंदर झील की खूबसूरती और स्वच्छता के लिए हजारों करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट भी लगाया था. लेकिन विभाग के अधिकारी इस प्रोजेक्ट की भी धज्जियां उड़ाते हुए यहां की जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

इस मामले पर ईटीवी भारत द्वारा जल संस्थान के अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई. लेकिन उन्होंने मामला संज्ञान में ना होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.

नैनीताल: यूं तो सरोवर नगरी नैनीताल को उसकी सुंदरता के लिए विश्वभर में जाना जाता है. लेकिन यहां की मुख्य नैनी झील घीरे-धीरे प्रदूषित होती जा रही है. काफी लंबे समय से सीवर का गंदा पानी लीक होकर झील में जा रहा है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी इस दूषित पानी को पीने के लिए मजबूर हैं.

प्रदूषित होती नैनी झील

नैनीताल में झील के सहारे जहां पर्यटन का कारोबार टिका है. वहीं पीने के पानी की भी सप्लाई नैनी झील से ही की जाती है. लेकिन यही लाइफ लाइन अधिकारियों की लापरवाही से अब टूटती नजर आ रही है. दरअसल, बीते लंबे समय से सीवर का गंदा पानी झील में जा रहा है. लेकिन इसके ट्रीटमेंट के लिए प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं.

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स्थानीय लोगों की मानें तो 2005 से ही नैनी झील में सीवर का पानी जा रहा है. जिसकी शिकायत वे कई बार जल संस्थान और नगरपालिका से कर चुके हैं. लेकिन आज तक उनकी शिकायत का समाधान नहीं हुआ है. वहीं शहर के लोग गंदे पानी की सप्लाई के चलते बीमार होने लगे हैं. उधर, झील में गंदगी बढ़ने से सैलानियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने नैनीताल की इस सुंदर झील की खूबसूरती और स्वच्छता के लिए हजारों करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट भी लगाया था. लेकिन विभाग के अधिकारी इस प्रोजेक्ट की भी धज्जियां उड़ाते हुए यहां की जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

इस मामले पर ईटीवी भारत द्वारा जल संस्थान के अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई. लेकिन उन्होंने मामला संज्ञान में ना होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.

Intro:Summry- पिछले लंबे समय से सरोवर नगरी नैनीताल के स्थानीय निवासी और पर्यटक जल संस्थान की लापरवाही की वजह से सीवर का पानी पीने को मजबूर हैं


intro- यूं तो सरोवर नगरी नैनीताल को उसकी सुंदरता के लिए विश्व भर में जाना जाता है लेकिन इन दिनों सरोवर नगरी नैनीताल की झील शिविर के दूषित पानी से प्रदूषित होती जा रही है,,, नैनीताल के विभिन्न क्षेत्रों में काफी लंबे समय से सीवर का पानी लीक हो गई झील में जा रहा है जिस से पूरी तरह प्रदूषित होने लगी है वहीं स्थानीय लोगों के साथ साथ पर्यटक भी शिविर के पानी को पीने को मजबूर हैं।


Body:सरोवर नगरी की लाइफलाइन कही जाने वाली नैनी झील जल संस्थान के अधिकारियों की लापरवाही से प्रदूषित होने लगी है नैनी झील में मैं पिछले काफी लंबे समय से सीवर का गंदा पानी मिल रहा है,,
नैनीताल में झील के सहारे जहां पूरे क्षेत्र का पर्यटन का कारोबार टिका है वहीं शहर को पीने के पानी की भी सप्लाई नैनी झील से की जाती है,, लेकिन यही लाइफ लाइन अधिकारियों की लापरवाही से दूषित होने लगी है,,, दरअसल बीते लंबे समय से सीवर का गंदा पानी झील में समा रहा है लेकिन इसके ट्रीटमेंट के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।


Conclusion:स्थानीय लोगो की मानें तो 2005 से नैनीताल के फांसी गधेरा क्षेत्र में शिविर झील में जा रही है, और उनके द्वारा जल संस्थान, नगरपालिका के तमाम अधिकारियों तक शिकायत दर्ज कराई लेकिन आज तक उनकी शिकायत का समाधान नहीं हुआ केवल एक दो बार कर्मचारि उनकी समस्या को सुनने पहुंचे लेकिन, समस्या का समाधान करे बगैर ही बैरंग लौट गए,,, उधर झील में गंदगी बढ़ने से जहां सैलानियों को दिक्कत आ रही है वहीं शहर के लोग गंदे पानी की सप्लाई के चलते बीमार पड़ने लगे हैं,,,
आपको यह भी बताते चलें कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई ने नैनीताल की इस सुंदर झील की खूबसूरती और स्वच्छता के लिए हजारों करोड़ों रुपए का नैनी झील में प्रोजेक्ट भी लगाया लेकिन विभाग के अधिकारी नैनीताल की जनता की सेहत से खुला खिलवाड़ कर रहे हैं,,,
वहीं जब हमने जल संस्थान के अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने मामला संज्ञान में ना होने की बात कहकर शिकायत से अपना पल्ला झाड़ लिया,,,

बाइट- पीताम्बर पांडे,
बाइट- नंदी पांडेय,
Last Updated : Jun 23, 2019, 8:36 PM IST
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