हल्द्वानीः गौला और नंधौर नदी में करोडों रुपए से बनाए गए तटबंध के पानी के बह जाने के मामले में नैनीताल डीएम वंदना सिंह ने जांच के निर्देश दिए हैं. डीएम वंदना सिंह का कहना है कि नदी में बनाया गया तटबंध और चेक डैम की गुणवत्ता को लेकर कुछ लोगों ने शिकायत पत्र सौंपी थी. जिसके बाद पूरे मामले की संज्ञान लेते हुए उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. वहीं, शिक्षक मौत मामले में भी उन्होंने जांच करने की बात कही.
नैनीताल डीएम वंदना सिंह ने कहा कि गौला और नंधौर नदी में तटबंध बहने की शिकायत मिली है. जिसमें अनियमितता के आरोप लगे हैं. मामले का उन्होंने गंभीरता से लिया है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बताया जा रहा है कि करीब 4 करोड़ के लागत से तटबंध और चेक डैम का निर्माण हुआ था, लेकिन गुणवत्ता खराब होने के चलते बरसात में तटबंध और चेक डैम बह गए. इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की.
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शिक्षक की मौत मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेशः वहीं, तीन दिन पहले गड्ढे के चलते सड़क हादसे में शिक्षक की मौत हो गई थी. इस मामले में डीएम वंदना सिंह ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि सड़क हादसे से शिक्षक की मौत मामले में जांच सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को सौंपी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद यदि विभाग दोषी पाया गया तो विभागीय अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई भी होगी.
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गौर हो कि बीती मंगलवार शाम को मुखानी थाना क्षेत्र के रहने वाले शिक्षक जीवन चंद्र पंत की स्कूटी सड़क पर बने गड्ढे में अनियंत्रित होकर गिर गई थी. जिसके चलते शिक्षक की मौत हो गई. शिक्षक के मौत के मामले में परिजनों ने पीडब्ल्यूडी को जिम्मेदार बताया था. उनका आरोप था कि खराब सड़क और गड्ढों के चलते शिक्षक की स्कूटी अनियंत्रित हो गई. जिसके चलते शिक्षक को जान गंवानी पड़ी.