नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल को अब उत्तराखंड के कुमाऊंनी शैली के अनुसार विकसित किया जाएगा. इसके प्रथम चरण में नैनीताल के तल्लीताल और मल्लीताल के रिक्शा स्टैंड को कुमाऊं की शैलियों में विकसित करने का काम शुरू कर दिया गया है. इसका शिलान्यास नैनीताल विधायक संजीव आर्य के द्वारा किया गया. नैनीताल के सभी बाजारों समेत यहां के विभिन्न पर्यटन स्थलों को उत्तराखंड की कुमाऊंनी शैली में विकसित करने के लिए नैनीताल के डीएम धीराज गर्ब्याल के द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजा गया था.
पहले चरण में रिक्शा स्टैंड को किया जाएगा विकसित
उनके द्वारा बताया था कि नैनीताल के रिक्शा स्टैंड, बाजार, पर्यटक स्थलों को उत्तराखंड के कुमाऊंनी शैली, पुराने घरों के आधार पर विकसित किया जाएगा ताकि पर्यटक नैनीताल में कुछ नए नजारों का अनुभव ले सकें. इसके अलावा नैनीताल के बाहरी क्षेत्रों में सेल्फी प्वाइंट भी स्थापित किए जाएंगे. यहां पर पर्यटक आकर सेल्फी ले सकेंगे.
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कोरोना काल के बाद बदल जाएगा नैनीताल का नजारा
इस दौरान विधायक संजीव आर्य ने बताया कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस तरह का कार्य किया जा रहा है. नैनीताल के रूसी बायपास, पंगोट, मंगोली, बजून, भवाली रोड में हाईटेक ईको फ्रेंडली शौचालय का निर्माण किया गया है, ताकि नैनीताल घूमने के दौरान पर्यटकों को किसी प्रकार की समस्या से जूझना ना पड़े. कोरोना संक्रमण के बाद नैनीताल आने वाले पर्यटकों को नैनीताल नए रंग रूप में दिखाई देगा.