नैनीताल: नैनीझील के कैचमेंट क्षेत्र में हुए अतिक्रमण पर प्रसाशन ने सख्त रुख इख्तियार किया है. जिसके तहत नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण और नगर पालिका ने नगर के 44 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया है. प्रशासन की इस कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मचा है. वहीं पर्यावरणविद अजय रावत ने इस अतिक्रमण को भविष्य के लिए खतरा बताया है.
बता दें कि प्रशासन द्वारा दिए गए नोटिस में अतिक्रमणकरियों को अवैध निर्माण हटाने के आदेश दिए हैं. जिसमें प्रशासन ने अतिक्रमकरियों द्वारा निर्माण स्वयं को हटाने को कहा है, अगर ऐसा नहीं किया गया तो प्रशासन खुद अवैध निर्माण को ध्वस्त करेगा. जिसके लिए प्रशासन ने एक टीम भी गठित कर ली है. जिसमें सचिव जिला विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय, एसडीएम विनोद कुमार, ईओ नगर पालिका अशोक कुमार वर्मा समेत सिंचाई विभाग के ईई एच सी सिंह और नैनीताल क्षेत्र के सीईओ सिटी विजय थापा शामिल हैं.
स्थानीय लोगों की मानें तो उन्हें इस क्षेत्र में रहते हुए करीब 45 साल से ज्यादा हो गए हैं. ये घर भारतरत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत और नगर पालिका के द्वारा आवंटित किए गए हैं. बावजूद इसके शासन के द्वारा नोटिश जारी किया गया है.
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वहीं पर्यावरणविद अजय रावत ने बताया कि नैनीताल के कैचमेंट क्षेत्र में भवन बनाना गैरकानूनी है. बावजूद इसके रसूखदारों और अतिक्रमणकारियों के द्वारा निर्माण कर लिया गया है. जिसकी वजह से नैनीझील पूरी तरह सूख गई है, जो भविष्य के लिए खतरनाक साबित होगा. जबकि, अतिक्रमण से पहले बरसात के बाद करीब छह महीने तक नैनीझील में पानी भरा रहता था.