हल्द्वानी: नैनीताल जिले में आज हिंदू मुस्लिम भाईचारा का मिसाल देखने को मिला है. जहां बहेड़ी निवासी एक युवक का सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज के दौरान कोरोना से मौत हो गई. युवक के परिजन बहेड़ी रहते थे. लेकिन मौत के बाद परिजन बहेड़ी से आने में असमर्थता जताई. इसके बाद मृतक के परिजन अपने परिचित मुस्लिम परिवार को फोन किया. जिसके बाद मुस्लिम परिवार के पांच युवकों ने राजपुरा स्थित श्मशान घाट में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया. यही नहीं इकरार ने मुखाग्नि भी दी.
उत्तर प्रदेश के बहेड़ी बरेली निवासी 40 वर्षीय पंकज गंगवार कोरोना के चपेट में आ गया था. जिसके बाद उसके परिजन हल्द्वानी निवासी परिचित रईसुल हुसैन की मदद से उसको सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां आज उनकी मौत हो गई. मृतक पंकज के साथ उसका छोटा गजेंद्र उसके साथ था. पंकज के मौत की सूचना के बाद परिजनों की तबीयत भी खराब हो गई.
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जिसके बाद गजेंद्र अपने भाई को मृत अवस्था में हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल में ही छोड़ बहेड़ी अपने घर लौट गया. इसके बाद वह वापस हल्द्वानी आने की असमर्थ जताई. जिसके बाद उसने अपने परिचित रईसुल हुसैन को भाई का अंतिम संस्कार करने की लिखित इजाजत दे दी. रईसुल हुसैन बनभूलपुरा लाइन नंबर 8 अपने चार साथी मोहम्मद शादाब, मो. मौसीन, इकरार हुसैन व मो. उस्मान के साथ राजपुरा स्थित श्मशान घाट पर हिंदू रीति रिवाज के साथ उसका अंतिम संस्कार किया.
अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट समिति द्वारा लकड़ी देने के साथ-साथ सभी तरह का सहयोग किया. अंतिम संस्कार के दौरान पांचों मुस्लिम युवक पीपीई किट पहन उसका अंतिम संस्कार किया. यह नहीं मृतक के परिजन की सहमति पत्र और पुलिस के अनुमति के बाद मुस्लिम युवकों ने अंतिम संस्कार किया