नैनीताल: नगर पालिका नैनीताल को वित्तीय वर्ष 2017-18 का बजट मुक्त कराने को लेकर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी पिछले 6 दिनों से आमरण अनशन कर रहे थे. पालिका अध्यक्ष को आश्वासन दिया गया कि एक महीने के भीतर बजट अवमुक्त कर दिया जाएगा. जिसके बाद पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने आमरण अनशन तोड़ दिया है.
नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी का कहना है कि पालिका आर्थिक रूप से घाटे में चल रही है. इसके कारण नगर पालिका, अपने कर्मचारियों को वेतन और रिटायर्ड कर्मचारियों को ग्रेजुएटी व पेंशन देने में असमर्थ है. उन्होंने बताया कि बजट की मांग के लिए उन्होंने कई बार राज्य सरकार समेत वित्त विभाग को पत्राचार और व्यक्तिगत रूप से संपर्क भी किया. लेकिन उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया, जिस वजह से उनको आमरण अनशन पर बैठना पड़ा.
ये भी पढ़ें: भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उत्तराखंड के दो नेताओं को मिली जगह
पालिका अध्यक्ष के अनशन पर बैठने के बाद राज्य सरकार के द्वारा DM नैनीताल और SDM एसडीएम के माध्यम से नगर पालिका अध्यक्ष का अनशन समाप्त करवाया. उन्होंने आश्वासन दिया गया कि एक महीने के भीतर नैनीताल नगर पालिका को 5 करोड़ रुपए की ग्रांड दे दी जाएगी. ताकि पालिका अपने रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन और भत्ते दे सकें.
ये भी पढ़ें: पद्मिनी एकादशी: श्रद्धालु आस्था के संगम में लगा रहे डुबकी, ये है खास महत्व
वहीं, राज्य सरकार के आश्वासन के बाद नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने अपना अनशन समाप्त कर दिया. नैनीताल के SDM विनोद कुमार ने पालिका अध्यक्ष को जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया. वहीं, पालिका अध्यक्ष सचिन का कहना है कि अगर एक महीने के भीतर पालिका को ग्रांड नहीं दी गई, तो वो फिर से आमरण अनशन शुरू करेंगे.