हल्द्वानी: नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने शुक्रवार को जमरानी बांध परियोजना को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में परियोजना की प्रगति पर चर्चा की गई. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण परियोजना में देरी हो रही है. ऐसे में अब प्रोजेक्ट को पूरा करने की गति को तेज करने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने विस्थापितों के विस्थापन के लिए किच्छा के खुरपिया की भूमि को चयनित करने के निर्देश भी दिए.
दरअसल, केंद्र सरकार की बहुप्रतीक्षित जामरानी बांध परियोजना के बांध का निर्माण पूरा होने में देरी हो रही है. इसे लेकर नैनीताल सांसद अजय भटट शुक्रवार की देर शाम को बांध निर्माण की प्रगति के संबंध में परियोजना के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्थानीय लोग पिछले काफी समय से जमरानी बांध का निर्माण करने की मांग कर रहे हैं.
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सांसद ने कहा कि बांध निर्माण हो जाने होने के बाद तराई और भाबर क्षेत्र में पेयजल की समस्या दूर होगी. वहीं, सिंचाई के लिए नहरों से पानी भी भरपूर मात्रा में मिल सकेगा. उन्होेने जमरानी बांध परियोजना के महाप्रबंधक प्रशांत बिश्नोई को बांध प्रभावित क्षेत्रों मे सर्वे की गति तेज करने के निर्देश भी दिए हैं. उन्होने अधिरियों से कहा कि प्रभावित क्षेत्र वासियों से संवाद कर उनके पुनर्वास और पुनर्विस्थापन के संबंध में पूरी जानकारी देें.
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वहीं, सांसद अजय भट्ट ने बताया कि लारा एक्ट के अनुसार ग्रामीणों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है. ऐसे में ग्रामीणों की इच्छानुसार उनके लिए भूमि का प्रबंध करना होगा. उन्होंने बताया कि इससे पहले सितारगंज, खटीमा सहित कई जगहों पर भूमि का चयन किया गया, लेकिन लोग वहां जाना नहीं चाहते थे. ऐसे में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो उधम सिंह नगर और किच्छा के खुरपिया फॉर्म को भी चिन्हित करें, जिससे कि वहां पर लोगों को विस्थापित किया जा सके.