हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार ने गरीबों के हक का राशन डकारने वाले अपात्र लोगों के खिलाफ अभियान चलाया था. जिसमें "अपात्र को ना पात्र को हां" योजना के तहत बड़ी संख्या में लोगों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर (ration card surrender) किए हैं. बहुत से अपात्र राशन कार्ड धारक पिछले कई सालों से गरीबों को मिलने वाले मुफ्त का राशन ले रहे थे. ऐसे में सरकार ने इन राशन कार्ड धारकों को अपने राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए समय दिया था. राशन कार्ड सरेंडर करने की अंतिम समय सीमा 30 जून को समाप्त हो गई है. अब विभाग द्वारा शिकायत मिलने और अभियान चलाकर अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पात्र लोगों को आवंटित किया जाएंगे राशन कार्ड: बात कुमाऊं मंडल की करें तो इस योजना के तहत अंतिम तिथि तक 26,840 अपात्र राशन कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड लौटाए हैं. अभी भी बहुत से ऐसे अपात्र हैं जिन्होंने अपने राशन कार्ड नहीं लौटाए हैं. ऐसे में अब खाद्य विभाग उनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने की योजना बना रहा है. उपायुक्त खाद्य विभाग कुमाऊं मंडल (Deputy Commissioner Food Department Kumaon) राहुल दत्त शर्मा ने बताया कि इस अभियान के तहत कुमाऊं मंडल के छह जिलों से 26,840 अपात्र राशन कार्ड धारकों ने अपने कार्ड लौटाए हैं. जिसके तहत विभाग को 1,25,368 यूनिट प्राप्त हुए हैं. अब इन यूनिट और राशन कार्ड को पात्र लोगों को आवंटित किया जाएगा.
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अपात्रों पर होगी कार्रवाई: उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 18,097, अंत्योदय कार्ड के 2105, जबकि राज्य खाद्य योजना (एसएसवाई ) के 9,638 कार्ड धारकों ने अपने कार्ड सरेंडर किए हैं. योजना के तहत उधम सिंह नगर में 9336, पिथौरागढ़ में 5020, नैनीताल जनपद में 5877, चंपावत जनपद में 1446, बागेश्वर में 3410, अल्मोड़ा में 1635 राशन कार्ड धारकों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर किए हैं. उपायुक्त कुमाऊं मंडल ने बताया कि 30 जून कार्ड सरेंडर करने की अंतिम तिथि थी, जो समाप्त हो गई है. ऐसे में अब विभाग द्वारा शिकायत मिलने और अभियान चलाकर अपात्र राशन कार्ड धारकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.