ETV Bharat / state

Organic Farming से जुड़ेंगे तीन हजार से ज्यादा किसान, कृषि विभाग फ्री में देगा उपकरण और बीज

भूमि संरक्षण अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि जैविक खेती के जरिए से किसानों को जागरूक किया जा रहा है. उत्पादन करने के बाद किसान जैविक प्रमाण पत्र के साथ अपने उत्पादों को बाजार में ऑनलाइन बेच सकते हैं. यही नहीं किसान अपने उत्पादन का मूल्य भी खुद तय कर सकेंगे.

ऑर्गेनिक खेती से जुड़ेंगे तीन हजार से ज्यादा किसान
author img

By

Published : Jul 12, 2019, 11:36 AM IST

Updated : Jul 12, 2019, 3:13 PM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड में पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग जिले के तीन हजार से अधिक किसानों के समूह को जैविक खेती से जोड़ने जा रहा है. जिसमें कृषि विभाग इन काश्तकारों को जैविक खाद, बीज और कृषि उपकरण फ्री में उपलब्ध कराएगा. जिसके बाद किसान अपना माल का भाव खुद तय कर ऑनलाइन बेच सकेंगे.

ऑर्गेनिक खेती से जुड़ेंगे तीन हजार से ज्यादा किसान

दरअसल, उत्तराखंड में पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग नैनीताल जिले में 187 समूह के माध्यम से 3 हजार 500 के करीब किसानों को जैविक खेती से जोड़ने जा रहा है. जिसके लिए कृषि विभाग इन सभी किसानों का ऑनलाइन पंजीकृत करवा रहा है. अपने उत्पादों को खुद किसान ऑनलाइन के माध्यम से बाहर की मंडियों में बेच सकेंगे.

पढे़ं- मिनी सिरोबगड़ के पास मलबा गिरने से राजमार्ग बाधित, 5 घंटे तक लगा रहा जाम

भूमि संरक्षण अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि जैविक खेती के जरिए से किसानों को जागरूक किया जा रहा है. परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत समूह से जुड़े सभी किसानों को जैविक बीज, खाद, सीड ड्रिल, कल्टीवेटर, हैरो सहित अन्य कृषि उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.

उन्होंने बताया इन किसानों का उत्पादन पूरी तरह से जैविक होगा. उत्पादन करने के बाद किसान जैविक प्रमाण पत्र के साथ अपने उत्पादों को बाजार में ऑनलाइन बेच सकते हैं. यही नहीं किसान अपने उत्पादन का मूल्य भी खुद तय कर सकेंगे.

बता दें कि नैनीताल जिले के धारी में 33, रामनगर में 32, ओखल कांडा में 39, बेतालघाट में 51, भीमताल में 24, हल्द्वानी में 4, कोटाबाग में 3 और रामनगर में एक किसानों का समूह बनाए जाने हैं. यह सभी किसान ऑर्गेनिक खेती पर काम करेंगे. कृषि विभाग समूह एक सदस्य को निशुल्क कृषि प्रशिक्षण भी देगा जो इन किसानों का सहयोग करेगा.

हल्द्वानी: उत्तराखंड में पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग जिले के तीन हजार से अधिक किसानों के समूह को जैविक खेती से जोड़ने जा रहा है. जिसमें कृषि विभाग इन काश्तकारों को जैविक खाद, बीज और कृषि उपकरण फ्री में उपलब्ध कराएगा. जिसके बाद किसान अपना माल का भाव खुद तय कर ऑनलाइन बेच सकेंगे.

ऑर्गेनिक खेती से जुड़ेंगे तीन हजार से ज्यादा किसान

दरअसल, उत्तराखंड में पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग नैनीताल जिले में 187 समूह के माध्यम से 3 हजार 500 के करीब किसानों को जैविक खेती से जोड़ने जा रहा है. जिसके लिए कृषि विभाग इन सभी किसानों का ऑनलाइन पंजीकृत करवा रहा है. अपने उत्पादों को खुद किसान ऑनलाइन के माध्यम से बाहर की मंडियों में बेच सकेंगे.

पढे़ं- मिनी सिरोबगड़ के पास मलबा गिरने से राजमार्ग बाधित, 5 घंटे तक लगा रहा जाम

भूमि संरक्षण अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि जैविक खेती के जरिए से किसानों को जागरूक किया जा रहा है. परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत समूह से जुड़े सभी किसानों को जैविक बीज, खाद, सीड ड्रिल, कल्टीवेटर, हैरो सहित अन्य कृषि उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.

उन्होंने बताया इन किसानों का उत्पादन पूरी तरह से जैविक होगा. उत्पादन करने के बाद किसान जैविक प्रमाण पत्र के साथ अपने उत्पादों को बाजार में ऑनलाइन बेच सकते हैं. यही नहीं किसान अपने उत्पादन का मूल्य भी खुद तय कर सकेंगे.

बता दें कि नैनीताल जिले के धारी में 33, रामनगर में 32, ओखल कांडा में 39, बेतालघाट में 51, भीमताल में 24, हल्द्वानी में 4, कोटाबाग में 3 और रामनगर में एक किसानों का समूह बनाए जाने हैं. यह सभी किसान ऑर्गेनिक खेती पर काम करेंगे. कृषि विभाग समूह एक सदस्य को निशुल्क कृषि प्रशिक्षण भी देगा जो इन किसानों का सहयोग करेगा.

Intro:sammry- जैविक खेती से जुड़ेंगे किसान रसायन मुक्त होगा खेती।( खेती के विजुअल मेल से उठाएं जबकि बाइट मोजो से) एंकर- उत्तराखंड के पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग जिले के 3 हजार से अधिक किसानों के समूह को जैविक खेती से जोड़ने जा रहा है। कृषि विकास योजना के अंतर्गत यह सभी किसान जैविक खेती करेंगे। गांव में किसानों के समूह बनाकर कृषि विभाग इन काश्तकारों को जैविक खाद, बीज और कृषि उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराएगा । समूह के तहत कृषि विभाग ने जिले के अलग-अलग ब्लॉकों में 187 समूह बनाने जा रहा है। इस समूह के तहत करीब 3500 किसान पंजीकृत किए जा रहे हैं।


Body:दरअसल उत्तराखंड के पारंपरिक की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग नैनीताल जिले में 187समुह के माध्यम से 3 हजार 5 सौ के करीब किसानों को जैविक खेती से जुड़ने जा रहा है। कृषि विभाग इन सभी किसानों का ऑनलाइन पंजीकृत करवा रहा है। समूह के माध्यम से काश्तकार अब जैविक खेती करेंगे और अपने उत्पादन को खुद किसान ऑनलाइन के माध्यम से बाहर की मंडियों में बेच सकेंगे। भूमि संरक्षण अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि जैविक खेती के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है। परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत समूह से जुड़े सभी किसानों को जैविक बीज ,खाद ,सीड ड्रिल ,कल्टीवेटर ,हैरो सहित अन्य कृषि उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इन किसानों का उत्पादन पूरी तरह से जैविक होगा ,उत्पादन करने के बाद किसान जैविक प्रमाण पत्र के साथ अपने उत्पादन को बाजार में ऑनलाइन बेच सकते हैं। यही नहीं किसान अपने उत्पादन का मूल्य भी खुद तय करेगा। बाइट -धीरज सिंह कृषि भूमि संरक्षण अधिकारी


Conclusion:गौरतलब है कि रसायन युक्त खेती करने के लिए पहले चरण में नैनीताल जिले में 187 समूह के माध्यम से करीब 3500 किसानों को जोड़ा जा रहा है। नैनीताल जिले के धारी में 33, रामनगर में 32, ओखल कांडा में39,, बेतालघाट में 51, भीमताल में 24, हल्द्वानी में 4, कोटाबाग में 3 और रामनगर में 1, किसानों का समूह बनाए जाने हैं। यह सभी किसान ऑर्गेनिक खेती पर काम करेंगे। कृषि विभाग समूह के एक सदस्य को निशुल्क कृषि प्रशिक्षण भी देगा जो इन किसानों का सहयोग करेगा।
Last Updated : Jul 12, 2019, 3:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.