हल्द्वानी: शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने काठगोदाम स्थित सर्किट हाउस में नैनीताल और उधम सिंह नगर के शिक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त चल रहे पदों को लेकर चर्चा की. इस दौरान धन सिंह रावत ने कहा कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है तो, कई विद्यालय शिक्षक विहीन हैं. जिसको लेकर 55 विद्यालयों को समायोजित करने का फैसला लिया गया है.
बैठक में धन सिंह रावत ने कहा कई विद्यालयों में छात्रों की कमी है. ऐसे विद्यालयों में बच्चों की पठन-पाठन में किसी तरह की कोई परेशानी ना आए, इसको लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि 31 मार्च से पहले 5 से कम बच्चों वाले विद्यालयों का समायोजन किया जाए. इसके लिए अभिभावकों से अनापत्ति ली जाए, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बनी रहे.
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उन्होंने कहा बच्चों की संख्या अधिक होने से आपसी प्रतिस्पर्धा का वातावरण भी मिलेगा. इसके लिए पहाड़ में 1 किलोमीटर और तराई में 3 किलोमीटर का मानक समायोजन के लिए रखा जाए. नैनीताल में लगभग 55 स्कूलों में 5 से कम छात्र संख्या के विद्यालय है. इसके लिए बच्चों के लिए स्कूल बस की सुविधा भी दी जाएगी. जल्द ही 1500 सहायक अध्यापक की भर्ती पूरी हो जाएगी. जिन्हें प्राथमिकता के तौर पर शिक्षक विहीन विद्यालय में नियुक्ति दी जाए.
समीक्षा बैठक के दौरान खंड शिक्षा अधिकारियों ने कहा विकासखंड ओखलकांडा, बेतालघाट, किच्छा, गदरपुर में शिक्षकों की अत्यधिक कमी है. वहीं, जसपुर विकासखंड में अतिरिक्त शिक्षक हैं. शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग को समायोजन के निर्देश देते हुए कहा जिन विकासखंडों में अतिरिक्त शिक्षक हैं, उनकी सूची बनाकर दी जाए. शिक्षा विभाग का दायित्व है कि दूरस्थ और सुगम क्षेत्रों में एक समान रवैया अपनाकर समायोजन किया जाए.