हल्द्वानी: राज्य सरकार को राजस्व देने वाली कुमाऊं की सबसे बड़ी गौला नदी में भले ही सरकार ने खनन चुगान की अनुमति बढ़ा दी है. लेकिन अवैध खनन रोकना प्रशासन और खनन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. अक्सर खनन माफिया नदियों से अवैध खनन करते रहते हैं.
जिस पर खनन विभाग ने सख्ती दिखाते हुए इस खनन सत्र में करीब 20 मामलों में खनन माफियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. साथ ही लगभग चार करोड़ का भी जुर्माना लगाया है. जिसे कुछ हद तक अवैध खनन पर लगाम लगी है.
वहीं जिला खनन अधिकारी रवि नेगी का कहना है कि अब खनन विभाग द्वारा अवैध खनन पर एफआईआर दर्ज करने जैसे फैसले लिए जा रहे हैं. इस खनन सत्र में ऐसे 20 मामलों में एफआईआर दर्ज कर चार करोड़ रुपए का जुर्माना खनन माफियाओं पर लगाया गया है. जिस पर खनन विभाग अब तक एक करोड़ रुपये की वसूली भी कर चुकी है.
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उन्होंने बताया कि अभी 31 मई तक जिले के नदियों से खनन चुगान का काम होना है. लिहाजा नदियों से अवैध खनन रोकना अभी प्रशासन के लिए चुनौती है. लेकिन खनन विभाग और जिला प्रशासन अवैध खनन के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है.