नैनीताल: नारायण नगर क्षेत्र में बन रहे कूड़ा निस्तारण प्लांट का मामला अब एससी एसटी आयोग की शरण (Garbage disposal plant case reached SC commission) पहुंच गया है. नारायण नगर निवासी सचिन कुमार ने आयोग को पत्र लिखकर अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों के उत्पीड़न की बात कही थी, जिसको लेकर आयोग के उपाध्यक्ष मंगलवार को नैनीताल पहुंचे हैं.
नैनीताल के नारायण नगर क्षेत्र में बन रहे कूड़ा निस्तारण प्लांट (Narayan Nagar Garbage Disposal Plant) का मामला अनुसूचित जाति आयोग की चौखट तक पहुंच गया है. आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने क्षेत्रीय समस्या के निस्तारण को लेकर नगर पालिका सभागार में अधिकारियों समेत क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठक की और समस्या सुनी.
इस दौरान पीसी गोरखा ने एसडीएम राहुल शाह समेत नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिए कि दो दिन के भीतर क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर कूड़ा निस्तारण प्लांट निर्माण की समस्या का समाधान करें. इस दौरान पीसी गोरखा ने एसडीएम राहुल साह समेत अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिए कि अगर संभव हो तो प्लांट निर्माण के लिए नई भूमि तलाशी जाए.
साथ ही प्लांट निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था के साथ मिलकर नारायण क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठक कर जागरूक करें और क्षेत्रवासियों की सहमति के बाद ही क्षेत्र में प्लांट की स्थापना करें. इस दौरान गोरखा ने क्षेत्रवासियों से धरना प्रदर्शन खत्म करने का भी आग्रह किया.
ये भी पढ़ेंः '30 साल की मेहनत पर फेर दिया पानी', पतंजलि की दवाइयों पर बैन लगने और हटने पर बोले रामदेव
इस दौरान पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने कहा कि पूर्व में पालिका बोर्ड की सहमति के बाद ही प्रस्ताव पास किया गया था जिसकी पूरी जानकारी सभासद को थी. लेकिन अब क्षेत्रीय लोगों के दबाव के चलते सभासद बात से अनभिज्ञ होने की बात कर रहे हैं. पालिका ने क्षेत्र लोगों को लिखित रूप से आश्वासन दिया है कि जब तक क्षेत्रीय लोगों की समस्या का समाधान नहीं होगा, तब तक प्लांट का कार्य शुरू नहीं किया जाएगा.
क्षेत्रीय सभासद भगवत सिंह रावत का कहना है जिस स्थान पर कूड़ा निस्तारण प्लांट का निर्माण किया जा रहा है. वहां पर बॉटनिकल गार्डन, ग्रीन पार्क, गैस गोदाम समेत जल स्रोत हैं. जिनकी अनदेखी करते हुए पालिका क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण प्लांट बना रही है. साथ ही क्षेत्र भूगर्भीय दृष्टि से भी संवेदनशील है, लिहाजा इस पर रोक लगाई जाए.