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पिंजरे में कैद हुआ आदमखोर, 3 महीनों से दहशत में थे ग्रामीण - ढिकाला रेंज

ढिकाला रेंज में वन विभाग ने बीते शुक्रवार एक आदमखोर बाघ को पकड़ने में को सफलता हासिल की है. अब कॉर्बेट प्रशासन इस बाघ को छोड़ने के लिए बैठक कर रहा है.

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Published : Nov 16, 2019, 5:38 PM IST

रामनगर: कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला रेंज में वन विभाग को एक आदमखोर बाघ को पकड़ने में सफलता मिली है. बाघ को कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया है. अब इस बाघ को किसी सुरक्षित जगह छोड़ने के लिए कॉर्बेट प्रशासन बैठक कर रहा है.

कॉर्बेट नेशनल पार्क की ढिकाला रेंज में वन विभाग को बीते शुक्रवार एक आदमखोर बाघ को पकड़ने में को सफलता हासिल हुई है. आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए काफी समय से कॉर्बेट प्रशासन निगरानी रखे हुए थे, जिसके लिए गश्त और कैमरा ट्रैप का सहारा लिया जा रहा था. आदमखोर बाघ घूमता हुआ टूरिस्ट जोन में आ गया था, इस पर निगरानी रखने वाली टीम पहले से ही सतर्क थी तो इसे तुरन्त पकड़ने के लिए रणनीति बनाकर हाथियों से घेरा गया. ट्रेंक्यूलाइज गन लेकर हाथी पर बैठे कॉर्बेट के वैटनरी डॉ. दुष्यन्त शर्मा ने झाड़ियों में बैठे बाघ पर निशाना साधा. इसके बाद बाघ के बेहोश होने पर वन कर्मियों ने पिंजरे में बाघ को कैद कर लिया.

ये भी पढ़ें: देर रात सड़क पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा चाय-बिस्कुट

बता दें कि तीन माह पूर्व 13 अगस्त को ढिकाला रेंज के अंतर्गत खिनानौली ब्लॉक संख्या 23 में गश्त कर रहे विशन राम को इस बाघ ने अपना निवाला बना लिया था. जब इस बाघ ने हमला किया था उस समय कॉर्बेट पार्क मानसून सत्र के चलते बंद था, लेकिन अब पार्क 15 नवंबर से सैलानियों के लिए खुल गया है. इस बाघ से कॉर्बेट घूमने आने वाले सैलानियों के ऊपर हमले की आशंका बनी हुई थी, जिसके चलते कॉर्बेट प्रशासन सतर्कता बनाकर लगातार इसको पकड़ने का प्रयास कर रहा था.

रामनगर: कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला रेंज में वन विभाग को एक आदमखोर बाघ को पकड़ने में सफलता मिली है. बाघ को कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया है. अब इस बाघ को किसी सुरक्षित जगह छोड़ने के लिए कॉर्बेट प्रशासन बैठक कर रहा है.

कॉर्बेट नेशनल पार्क की ढिकाला रेंज में वन विभाग को बीते शुक्रवार एक आदमखोर बाघ को पकड़ने में को सफलता हासिल हुई है. आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए काफी समय से कॉर्बेट प्रशासन निगरानी रखे हुए थे, जिसके लिए गश्त और कैमरा ट्रैप का सहारा लिया जा रहा था. आदमखोर बाघ घूमता हुआ टूरिस्ट जोन में आ गया था, इस पर निगरानी रखने वाली टीम पहले से ही सतर्क थी तो इसे तुरन्त पकड़ने के लिए रणनीति बनाकर हाथियों से घेरा गया. ट्रेंक्यूलाइज गन लेकर हाथी पर बैठे कॉर्बेट के वैटनरी डॉ. दुष्यन्त शर्मा ने झाड़ियों में बैठे बाघ पर निशाना साधा. इसके बाद बाघ के बेहोश होने पर वन कर्मियों ने पिंजरे में बाघ को कैद कर लिया.

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बता दें कि तीन माह पूर्व 13 अगस्त को ढिकाला रेंज के अंतर्गत खिनानौली ब्लॉक संख्या 23 में गश्त कर रहे विशन राम को इस बाघ ने अपना निवाला बना लिया था. जब इस बाघ ने हमला किया था उस समय कॉर्बेट पार्क मानसून सत्र के चलते बंद था, लेकिन अब पार्क 15 नवंबर से सैलानियों के लिए खुल गया है. इस बाघ से कॉर्बेट घूमने आने वाले सैलानियों के ऊपर हमले की आशंका बनी हुई थी, जिसके चलते कॉर्बेट प्रशासन सतर्कता बनाकर लगातार इसको पकड़ने का प्रयास कर रहा था.

Intro:intro-रामनगर कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला रेंज में आदमखोर बाघ को पकड़ने सफलता मिली है | बाघ को कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में कैद कर लिया गया है | अब इस बाघ को कहा छोड़ा जाना है इसके लिए कॉर्बेट प्रशासन अधिकारियों की बैठक कर रहा है |

Body:vo.-कॉर्बेट नेशनल पार्क की ढिकाला रेंज में बीते शुक्रवार को आदमखोर बाघ को पकड़ने में वन विभाग को सफलता मिली है | आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए काफी समय से कॉर्बेट प्रशासन निगरानी रखे हुए थे | जिसके लिए जंगल गश्त,हाथी गश्त और कैमरा ट्रेप का सहारा लिया जा रहा था | लगभग तीन माह के लम्बी की लम्बी प्रतीक्षा के बाद बीते शुक्रवार को कॉर्बेट प्रशासन की टीम को इसे काबू करने में सफलता पायी | शुक्रवार को आदमखोर बाघ घूमता हुआ टूरिस्ट जोन में आ गया | इस पर निगरानी रखने वाली टीम पहले से ही सतर्क थी तो इसे तुरन्त पकड़ने के लिए रणनीति बना कर हाथियों से घेरा गया | ट्रेंक्यूलाइज़ गन लेकर हाथी पर बैठे कॉर्बेट के वैटनरी डॉ,दुष्यन्त शर्मा ने झाड़ियों में बैठे बाघ पर निशाना साधा और बाघ और बेहोशी का डॉट मारा डॉट सीधे निशाने में लगा | डॉट लगने के बाद बाघ कुछ ही समय में बेहोश हो गया जिसे वन कर्मियों पिंजरे में कैद कर लिया | अब इस बाघ का क्या किया जाये कॉर्बेट के अधिकारी बैठक कर रहे है इस बाघ को घने जंगल में छोड़ा जाये या फिर चिड़ियाघर में देर शाम तक इसका निर्णय लेने की उम्मीद है | आपको बता दे की तीन माह पूर्व 13 अगस्त को ढिकाला रेंज के अंतर्गत खिनानौली ब्लॉक संख्या 23 में गश्त कर रहे विशन राम को इस बाघ ने अपना निवाला बना लिया था | जब इस बाघ ने हमला किया था उस समय कॉर्बेट पार्क मानसून सत्र के चलते बंद था | लेकिन अब पार्क 15 नवम्बर से सैलानियों के लिए खुल गया है | इस बाघ से कॉर्बेट घूमने आने वाले सैलानियो के ऊपर हमले की आशंका बनी हुई थी जिसके चलते कॉर्बेट प्रशासन सतर्क था और इसे पकड़ने के लिए तीन माह से प्रयास कर रहा था |
Conclusion:
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