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उत्तराखंड: LOCKDOWN के बाद से घटी मृत्यु दर

हल्द्वानी में लॉकडाउन के बीच मृत्यु दर में कमी आई है. रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर होने वाले अंतिम संस्कार के आंकड़े आधे हो गये हैं.

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Published : Apr 10, 2020, 7:00 PM IST

mortality rate
मृत्यु दर में आई कमी.

हल्द्वानी: कोरोना महामारी से लड़ने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है. वहीं, लॉकडाउन के बीच हल्द्वानी से एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. दरअसल, लॉकडाउन के बीच मृत्यु दर की संख्या में कमी आई है.

मृत्यु दर में आई कमी.

कोरोना वायरस से निपटने के लिए शासन-प्रशासन लगातार काम कर रहा है. वहीं, पुलिस प्रशासन भी लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रहा है. ऐसे में सड़क हादसों और अस्पताल में इलाज के दौरान होने वाली मौतों के आंकड़े में कमी आई है.

पढ़ें: मेडिकल और इमरजेंसी फ्लाइट के लिए तैयार है पंतनगर एयरपोर्ट

हल्द्वानी के रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर रोजाना करीब 10-12 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता था. वहीं, लॉकडाउन के दौरान अब हर दिन सिर्फ 5-6 लोगों का ही अंतिम संस्कार किया जा रहा है. ये आंकड़े बताते हैं कि हल्द्वानी में लॉकडाउन के बीच मृत्यु दर आधी हो गई है.

बीते 20 दिनों में रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर 111 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, फरवरी महीने में 29 दिनों में 269 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था. चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की सप्लाई वन विकास निगम की तरफ से की जाती हैं. वहीं, लॉकडाउन के बीच 70-80 क्विंटल बिकने वाली लकड़ी की बिक्री घटकर, अब 35-40 क्विंटल हो गई है.

वन विकास निगम कर्मचारी ने बताया कि यदि कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर में इजाफा होता है तो चित्रशिला घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ियों की व्यवस्था की गई है. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, वर्तमान में चित्रशिला घाट पर करीब 800 क्विंटल लकड़ियां रखी गई हैं.

हल्द्वानी: कोरोना महामारी से लड़ने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है. वहीं, लॉकडाउन के बीच हल्द्वानी से एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. दरअसल, लॉकडाउन के बीच मृत्यु दर की संख्या में कमी आई है.

मृत्यु दर में आई कमी.

कोरोना वायरस से निपटने के लिए शासन-प्रशासन लगातार काम कर रहा है. वहीं, पुलिस प्रशासन भी लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रहा है. ऐसे में सड़क हादसों और अस्पताल में इलाज के दौरान होने वाली मौतों के आंकड़े में कमी आई है.

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हल्द्वानी के रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर रोजाना करीब 10-12 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता था. वहीं, लॉकडाउन के दौरान अब हर दिन सिर्फ 5-6 लोगों का ही अंतिम संस्कार किया जा रहा है. ये आंकड़े बताते हैं कि हल्द्वानी में लॉकडाउन के बीच मृत्यु दर आधी हो गई है.

बीते 20 दिनों में रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर 111 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, फरवरी महीने में 29 दिनों में 269 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था. चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियों की सप्लाई वन विकास निगम की तरफ से की जाती हैं. वहीं, लॉकडाउन के बीच 70-80 क्विंटल बिकने वाली लकड़ी की बिक्री घटकर, अब 35-40 क्विंटल हो गई है.

वन विकास निगम कर्मचारी ने बताया कि यदि कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर में इजाफा होता है तो चित्रशिला घाट पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ियों की व्यवस्था की गई है. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, वर्तमान में चित्रशिला घाट पर करीब 800 क्विंटल लकड़ियां रखी गई हैं.

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