नैनीताल: लॉकडाउन की वजह से उत्तराखंड में पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो चुका है. इन दिनों कभी पर्यटकों से गुलजार रहने वाली सरोवरी नगरी नैनीताल में सन्नाटा पसरा हुआ है. इस कारण होटल, टैक्सी और रेस्टोरेंट का कारोबार बिल्कुल खत्म हो चुका है. पर्यटन से जुटे व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. टैक्सी संचालकों के सामने बैंक लोन समेत गाड़ियों के इंश्योरेंस जमा करने की दिक्कतें हो रही हैं.
सरोवर नगरी नैनीताल अपने पर्यटन के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जाना जाती है. लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण के चलते नैनीताल समेत आसपास के सभी पर्यटक स्थलों में सन्नाटा पसरा हुआ है. नैनीताल घूमने आने वाले पर्यटकों को यहां की वादियों और पर्यटक स्थलों की सैर कराने वाली वाली टैक्सी पिछले दो महीने से जस की तस पार्किंग और सड़कों के किनारे खड़ी हैं. इस वजह से इन टैक्सी चालकों को काफी परेशानियां हो रही हैं.
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टैक्सी चालकों के मुताबिक लॉकडाउन के बाद से उनकी गाड़ियां पार्किंग में खड़ी हैं. अब उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. कारोबार बंद होने से रोजमर्रा के सामान खरीदने में भी उनके सामने परेशानियां हो रही हैं.
टैक्सी संचालक ने बताया कि उन्होंने सभी गाड़ियां लोन पर ले रखी हैं. कमाई नहीं होने की वजह से वे किस्त भी नहीं भर पा रहे हैं. गाड़ियों का रोड टैक्स समेत इंश्योरेंस करवाने तक के पैसे अब उनके पास नहीं बचे हैं. टैक्सी संचालकों ने सरकार के गुहार लगाई है कि उनका टैक्स माफ करे और जो बैंक की किस्त उनको जमा करनी है उनमें छूट दे.