नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल (Sarovar Nagari Nainital) को बलिया नाला लील रहा है. लगातार बारिश से बलिया नाला में भूस्खलन (Nainital Ballia Nala landslide) हो रहा है. भूस्खलन की वजह से स्थानीय लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं. भूस्खलन की सूचना के बाद प्रशासन भी जाग गया है. जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल (Nainital District Magistrate Dhiraj Singh Garbyal) ने आपदा प्रबंधन समेत नगर पालिका के अधिकारियों को तत्काल क्षेत्र में रहकर प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही डीएम ने अधिकारियों को क्षेत्र की निगरानी करने को कहा है.
नैनीताल के बलिया नाला क्षेत्र में एक बार फिर से भूस्खलन होने लगा है, जिससे स्थानीय लोग खौफजदा हैं. बलिया नाला में हो रहे भूस्खलन के बाद प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है. नैनीताल में बीते 2 दिनों से हो रही तेज मूसलाधार बारिश के बाद शहर के बलिया नाला क्षेत्र में करीब 10 मीटर हिस्सा भूस्खलन की जद में आ गया. क्षेत्र की पहाड़ियों में हो रहे भूस्खलन के बाद अब स्थानीय लोगों के सामने विस्थापन की चिंता सताने लगी है. बलिया नाले में हो रहे भूस्खलन के बाद नगर पालिका द्वारा खतरे की जद में आए क्षेत्रवासियों को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द घर खाली करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना से बचा जा सके.
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के समय रात में हो रहे भूस्खलन के चलते उनकी रातों की नींद हराम हो चली है. हल्की सी बारिश में लगातार पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है. अगर समय रहते बलिया नाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन का स्थाई उपचार नहीं किया गया तो जल्द ही भूस्खलन राजभवन की पहाड़ियों तक पहुंच जाएगा. वहीं क्षेत्रीय सभासद रेखा आर्य का कहना है कि बरसात के समय जब क्षेत्र में भूस्खलन होता है तब सरकार और प्रशासन के अधिकारियों को हरि नगर क्षेत्र की याद आती है. इसके अलावा साल भर अधिकारी क्षेत्र की तरफ पलट कर नहीं देखते. सरकार की उपेक्षा की वजह से क्षेत्र में लगातार भूस्खलन तेजी से बढ़ रहा है.
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क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन के बाद जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल (Nainital District Magistrate Dhiraj Singh Garbyal) ने आपदा प्रबंधन समेत नगर पालिका के अधिकारियों को तत्काल क्षेत्र में रहकर प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही डीएम ने अधिकारियों को क्षेत्र की निगरानी करने को कहा है.
बता दें बलिया नाला क्षेत्र में 1972 से लगातार भूस्खलन हो रहा है. इसके बावजूद भी सरकार इस क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने में असफल रही है. जिससे अब नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. बलियानाला क्षेत्र नैनीताल की बुनियाद माना जाता है. अगर इसी तरह से क्षेत्र में भूस्खलन होता रहा तो जल्द ही नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगेगा.