हल्द्वानी: नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर के गौलापार क्षेत्र में भू-माफिया किस तरह से सक्रिय है, इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला है. क्षेत्र में भू माफियाओं ने कुंवरपुर में स्टांप बनाकर वन विभाग की भूमि खुर्द-बुर्द करते हुए करीब 76 लाख रुपये में बेच दिया है. वन विभाग की जमीन को खुर्द-बुर्द कर बेचने का मामला सामने आने के बाद वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वन विभाग की जमीन बेचने और खुर्द-बुर्द के मामले में वन विभाग आरक्षी की तहरीर पर पुलिस ने भूमि के क्रेता और विक्रेता दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
बताया जा रहा कि तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रैंज के कुंवरपुर बीट के बागजाला में वन विभाग भूमि की अवैध रूप से खरीद फरोख्त की शिकायत मिली थी. वन विभाग के अधिकारियों ने जब पूरे मामले की जांच पड़ताल की तो मामले का खुलासा हुआ. जांच में सामने आया कि बीट संख्या-2 बागजाला में वर्ष 1978 में 30 साल के लिए स्थानीय लोगों को वन भूमि लीज पर दी गई थी. 2008 में लीज खत्म होने पर नवीनीकरण नहीं कराया गया. जांच पड़ताल में पता चला कि मोहन चंद्र निवासी देवलातल्ला ने 500 रुपये के स्टांप पर रूपराज को 29.20 लाख रुपये में जमीन बेच दी. दूसरे मामले में जगदीश बिष्ट और कुंदन बिष्ट ने 100 रुपये के स्टांप पर महेश भट्ट को 19.86 लाख में वन भूमि दे दी. तीसरे मामले में रामप्रकाश को ₹10 के स्टांप पेपर पर 22.25 लाख रुपये में जमीन बेच दी. चौथे मामले में लाइन नंबर 10 निवासी गुलशन को 10 रुपये के स्टांप पर चार लाख रुपये में जमीन बिक्री की. इसके अलावा कुछ अन्य लोगों को मिलाकर कुल 76 लाख में जमीन बेची गई. बेची गई जमीन करीब 110 हेक्टेयर है.
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आरोप है कि खरीदारों ने पहले अवैध रूप से जमीन की खरीद की जिसके बाद भूमि को खुर्द-बुर्द किया. मामले में वन विभाग आरक्षी उर्मिला टम्टा की तहरीर पर काठगोदाम पुलिस ने रुपराज, मोहन चंद्र, जगदीश बिष्ट, कुंदन सिंह विष्ट, महेश भट्ट, राम प्रकाश, इन्तियाज, परवीन, सलीम और गुलशन के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पूरे मामले में काठगोदाम थाना प्रभारी प्रमोद पाठक का कहना है कि वन आरक्षी के तहरीर पर 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है. पूरे मामले की जांच की जा रही है, जिन लोगों ने जमीन को खुर्द-बुर्द किया है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि गौलापार क्षेत्र में प्रस्तावित हाईकोर्ट के बाद भूमाफिया सक्रिय हो गए हैं.