हल्द्वानी: प्रदेश की सियासत के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले बीजेपी नेता बंशीधर भगत एक मंझे हुए अभिनेता भी हैं. रामलीला में उनके अभिनय को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत रामलीला में दशरथ के किरदार को 40 सालों से बखूबी निभाते आ रहे हैं. जैसे ही दशरथ के पात्र को निभाने कालाढूंगी विधायक मंच पर पहुंचे लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.
ऊंचापुल में चल रही रामलीला में बीती रात्रि कैकेयी- मंथरा संवाद व राम वनवास की लीला का मंचन किया गया. जिसमें क्षेत्रीय विधायक बंशीधर भगत ने दशरथ का किरदार निभाया. कालाढूंगी विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत पिछले 40 सालों से हल्द्वानी क्षेत्र में होने वाले ग्रामीण रामलीला में दशरथ का किरदार निभाते आर रहे हैं. शारदीय नवरात्रि में आयोजित रामलीला में विधायक बंशीधर भगत राजनीति छोड़ मंच पर नजर आते हैं. बंशीधर भगत से पहले परशुराम अंगद समेत दशरथ के पात्र अभिनय कर चुके हैं. बंशीधर भगत का कहना है कि रामलीला सेवकों का एक परिवार है और वे परिवार से अलग नहीं रहना चाहते हैं.
पढ़ें-Good News: मित्र पुलिस ने उठाया शिक्षा का बीड़ा, 'भिक्षा नहीं शिक्षा दें' मुहिम की शुरुआत
क्षेत्र की जनता भी उनके इस रूप में देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि राजनीति में झूठे वादे इरादे सब चलते हैं. लेकिन रामलीला में दशरथ का किरदार निभाते वक्त उन्हें राजा और प्रजा वाला संबंध नजर आता है. उन्होंने माना कि इंसान को अपना स्वभाव असल जिंदगी में भी रखना चाहिए. क्षेत्र की जनता के साथ रामलीला कमेटी के पदाधिकारी भी मानते हैं कि यदि जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि इस तरह के आयोजनों यानी रंगमंच अभिनय करते हैं तो जनता को बहुत खुशी होती है. रामलीला में सभी कलाकार स्थानीय है और रामलीला के रंगमंच में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं.
विधायक दशरथ के रूप में रामलीला में दर्शकों को खूब भाते हैं. वहीं पूर्व मंत्री भगत ने लोगों को यह संदेश दिया है कि अपनी संस्कृति और अपनों के बीच रहकर ऊर्जा मिलती है. वाकई विधायक भगत अपने क्षेत्र की जनता के प्रेरणा के स्रोत हैं. तभी तो वे 6 बार विधायक की कुर्सी पर काबिज हुए हैं और उत्तराखंड की सियासत में उनका कद किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं.