रामनगरः विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में वित्तीय वर्ष 2022-23 में 3 लाख 65 हजार 636 पर्यटक वन्य जीवों का दीदार करने पहुंचे हैं. जिससे कॉर्बेट पार्क की जमकर कमाई हुई है. अभी तक कॉर्बेट पार्क 13 करोड़ 13 लाख 80 हजार रुपए से ज्यादा का राजस्व कमा चुका है. ये पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 से ज्यादा है.
विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में देश-विदेश से हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक वन्यजीवों और पार्क की जैव विविधता का दीदार करने पहुंचते हैं. बीते कुछ सालों में देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है. पर्यटकों की आमद बढ़ने से कॉर्बेट पार्क प्रशासन साल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक 13 करोड़ से ज्यादा का राजस्व बटोर चुका है. उधर, पर्यटकों की आवाजाही से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिले हुए हैं.
3,59,494 देशी और 6,142 विदेशी पर्यटक पहुंचे कॉर्बेटः वित्तीय वर्ष 2022-23 में कॉर्बेट पार्क में 3 लाख 59 हजार 494 भारतीय पर्यटकों ने जंगल सफारी और नाइट स्टे का लुत्फ उठाया. अगर विदेशी पर्यटकों की बात करें तो 6 हजार 142 विदेशी पर्यटकों ने कॉर्बेट पार्क में भ्रमण के साथ ही रात्रि विश्राम किया. जिनसे कॉर्बेट पार्क को 13 करोड़ 13 लाख 80 हजार रुपए की आय प्राप्त हुई.
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गौर हो कि पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 से इस वित्तीय वर्ष में पार्क प्रशासन की ज्यादा कमाई हुई थी. पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2 लाख 78 हजार पर्यटक कॉर्बेट पार्क पहुंचे थे. जिसमें 1 हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक शामिल थे. जिनसे कॉर्बेट पार्क को 10 करोड़ के आस पास की कमाई हुई थी. वहीं, इस वित्तीय वर्ष में इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है.
बता दें कि बाघों के घनत्व के मामले में कॉर्बेट नेशनल पार्क पहला स्थान रखता है. यहां 250 से ज्यादा बाघ, 1200 से ज्यादा हाथी, 600 से ज्यादा पक्षियों की प्रजाति, भालू, हिरण, जलीय जीव आदि पाए जाते हैं. जिनके दीदार के लिए देश और विदेश से पर्यटक खिंचे चले आते हैं. वहीं, नेचर गाइड संजय छिम्वाल कहते हैं यह बेहद खुशी की बात है कि बीते साल के मुकाबले इस साल पर्यटन बढ़ा है. इससे राज्य की आर्थिकी को भी फायदा होगा. क्योंकि, इस बार अच्छे राजस्व की प्राप्ति हुई है.
वहीं, संजय छिम्वाल का कहना है कि पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों की भी आजीविका के साधन में वृद्धि हुई है. अब पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने पर उनकी सुख सुविधाओं का कैसे ध्यान रखा जाए, इस पर भी पार्क प्रशासन को काम करना होगा. उधर, राजस्व में इजाफा होने पर पार्क प्रशासन गदगद नजर आ रहा है.