हल्द्वानी: फैक्ट्री लगाने के नाम पर साझेदारों द्वारा एक साझेदार के नाम से फर्जी तरीके से ₹50 लाख बैंक से लोन लेने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पीड़ित साझेदार ने हल्द्वानी कोतवाली में अपने चार पार्टनरों के खिलाफ बैंक से फर्जी तरीके से लोन लेने का मामला दर्ज कराया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
बताया जा रहा है कि दिल्ली के द्वारका निवासी संजय टंडन ने अपने पांच साझेदारों के साथ हल्द्वानी के कोटाबाग में पाइप फैक्ट्री के नाम पर पैसे इन्वेस्ट किए. लेकिन उनके पार्टनरों ने उनको बिना बताए उनकी जमीन के कागजात को बैंक में जमा कर 50 लाख का लोन ले लिया. संजय टंडन ने पुलिस को तहरीर देते हुए कहा है कि फैक्ट्री में उनके चार पार्टनर अजय कपूर, सोनौली कपूर, अशोक चौधरी और सुषमा पाठक बकायदा साझेदार हैं और उन्होंने बिना बताए 2015 में इलाहाबाद बैंक से उनकी बदायूं की जमीन की कागजात को जमाकर 50 लाख बैंक से लोन ले लिया. लेकिन लोन के दौरान उनके पाटनरों द्वारा नहीं पूछा गया, ना ही बैंक में उनका कोई हस्ताक्षर है.
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संजीव टंडन ने बताया कि पैसे जमा नहीं किए जाने की स्थिति में जब बैंक ने उनको नोटिस जारी किया. तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. जिसके बाद उन्होंने अपने पार्टनरों से बैंक में पैसे जमा करने की बात कही तो उन्होंने इनकार कर दिया, जिसके बाद संजय टंडन ने हल्द्वानी कोतवाली में चारों साझेदारों के खिलाफ धोखाधड़ी कर बैंक से लोन निकालने का मामला दर्ज करवाया. पीड़ित ने आरोप लगाया है कि साझेदारों के साथ-साथ इस लोन में बैंक प्रबंधन की भी मिलीभगत है.
वहीं, इस पूरे मामले में एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है, जिन लोगों ने धोखाधड़ी कर बैंक से लोन लिया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.