ETV Bharat / state

Hartalika Teej: हरतालिका तीज पर ऐसे करें भगवान शिव और माता पार्वती की उपासन, मिलेगा अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद

Hartalika Teej 2023 हर साल हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2023) सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना की जाती है. मान्यता है कि भगवान शिव और माता पार्वती की सच्चे मन से उपासना करने से हर मनोरथ पूरे होते हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 16, 2023, 8:58 AM IST

Updated : Sep 16, 2023, 10:23 AM IST

हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती करें उपासन

हल्द्वानी: हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर दिन सोमवार को रखा जाएगा.इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की कामना के साथ व्रत रखती हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए देवी पार्वती ने सबसे पहले इस व्रत का पालन किया था. मान्यता है कि हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा पाठ करने से अखंड सौभाग्य के साथ सभी मनोकामना पूरी होती है.

ज्योतिषाचार्य डॉ. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक हरतालिका तीज का व्रत इस बार 18 सितंबर दिन सोमवार को रखा जाएगा.17 सितंबर को दिन में 11 बजकर 10 मिनट पर तृतीया तिथि आरंभ हो जाएगी, जो अगले दिन दोपहर 12 बजकर 40 मिनट तक रहेगी.इस प्रकार उदया तिथि को मानते हुए देश भर में हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर को रखा जाएगा. हरतालिका तीज पर विवाहित और अविवाहित महिलाएं भगवान शिव और मां पार्वती की विधि-विधान से पूजा करती हैं. हरतालिका तीज व्रत निर्जला रखा जाता है.
पढ़ें-उत्तराखंड में हरियाली और रंग बिरंगे फूलों की विदाई के पर्व 'सेलकु' की धूम, प्रकृति के 'उपहार' का जताते हैं 'उपकार'

इस दिन स्नान कर व्रत का संकल्प लें और फिर भगवान की चौकी सजाएं. साथ मे भगवान शिव और मां पार्वती की तस्वीर को चौकी पर रखें और जल का कलश भी स्थापित करें. चंदन, धूप, दीप और नैवेद्य से भगवान को भोग लगाएं और विधि-विधान के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें.इस दिन सुहागन महिलाएं सुहाग का समान माता पार्वती को अर्पित कर अखंड सौभाग्य की कामना करें. हरतालिका तीज की पूजा स्वाति नक्षत्र में प्रदोष काल में होगी.जब सूर्य अस्त हो रहा उसे समय हरतालिका तीज का पूजा का प्रारंभ करें.

हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती करें उपासन

हल्द्वानी: हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर दिन सोमवार को रखा जाएगा.इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की कामना के साथ व्रत रखती हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए देवी पार्वती ने सबसे पहले इस व्रत का पालन किया था. मान्यता है कि हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा पाठ करने से अखंड सौभाग्य के साथ सभी मनोकामना पूरी होती है.

ज्योतिषाचार्य डॉ. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक हरतालिका तीज का व्रत इस बार 18 सितंबर दिन सोमवार को रखा जाएगा.17 सितंबर को दिन में 11 बजकर 10 मिनट पर तृतीया तिथि आरंभ हो जाएगी, जो अगले दिन दोपहर 12 बजकर 40 मिनट तक रहेगी.इस प्रकार उदया तिथि को मानते हुए देश भर में हरतालिका तीज का व्रत 18 सितंबर को रखा जाएगा. हरतालिका तीज पर विवाहित और अविवाहित महिलाएं भगवान शिव और मां पार्वती की विधि-विधान से पूजा करती हैं. हरतालिका तीज व्रत निर्जला रखा जाता है.
पढ़ें-उत्तराखंड में हरियाली और रंग बिरंगे फूलों की विदाई के पर्व 'सेलकु' की धूम, प्रकृति के 'उपहार' का जताते हैं 'उपकार'

इस दिन स्नान कर व्रत का संकल्प लें और फिर भगवान की चौकी सजाएं. साथ मे भगवान शिव और मां पार्वती की तस्वीर को चौकी पर रखें और जल का कलश भी स्थापित करें. चंदन, धूप, दीप और नैवेद्य से भगवान को भोग लगाएं और विधि-विधान के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें.इस दिन सुहागन महिलाएं सुहाग का समान माता पार्वती को अर्पित कर अखंड सौभाग्य की कामना करें. हरतालिका तीज की पूजा स्वाति नक्षत्र में प्रदोष काल में होगी.जब सूर्य अस्त हो रहा उसे समय हरतालिका तीज का पूजा का प्रारंभ करें.

Last Updated : Sep 16, 2023, 10:23 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.