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सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में ICU वार्ड बंद, मरीजों को निजी अस्पतालों के लिए ढीली करनी पड़ रही जेब - ICU ward closed in Soban Singh Jeena Base Hospital

ICU ward closed in Soban Singh Jeena Base Hospital Haldwani सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में बनाए गए 9 बेड का ICU वार्ड बंद होने की वजह से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने स्टाफ की कमी को पूरा करने के निर्देश दिए हैं.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 30, 2023, 3:25 PM IST

Updated : Sep 30, 2023, 4:17 PM IST

सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में ICU वार्ड बंद

हल्द्वानी: सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान करीब 2 करोड़ रुपये की लागत से 9 बेड का ICU वार्ड बनाया गया था. शुरुआत में कुछ दिनों तक इसे संचालित किया गया, लेकिन कुछ समय बाद स्टाफ न होने का हवाला देते हुए इसे बंद कर दिया गया है. तब से लेकर आज तक ICU वार्ड शुरू नहीं हो सका है. जिसके चलते गंभीर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बेस अस्पताल में स्टाफ की कमी: बेस अस्पताल की सीएमएस डॉ. सविता हयांकी ने बताया कि मात्र 31 चिकित्सा ही कार्यरत हैं. जिसमें 27 स्थाई और 4 संविदा पर हैं, जबकि 27 डॉक्टर के पद खाली हैं. डॉक्टरों की कमी के कारण आईसीयू संचालित नहीं हो पा रहा है. ICU के लिए 4 फिजिशियन, 7 स्टाफ नर्सिंग और 4 मेडिकल अफसर की डिमांड है. उन्होंने कहा कि हल्द्वानी बेस अस्पताल में रोजाना 1200 से 1500 मरीजों की ओपीडी है. जिसके लिए अस्पताल में एक और फिजिशियन की आवश्यकता है. इस संबंध में अवगत कराया गया है कि आईसीयू संचालित करने के लिए डॉक्टर और स्टाफ नर्स की जरूरत है, तभी जाकर आईसीयू का कार्य शुरू हो पाएगा.

मरीजों को लूट रहे प्राइवेट हॉस्पिटल: डॉ. सविता हयांकी ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव ने पूर्व में निरीक्षण के दौरान आश्वासन दिया था कि जल्द ही स्टाफ को मुहैया कराया जाएगा. जिससे आम जनता को प्राइवेट हॉस्पिटल के चक्कर ना लगाना पड़े, क्योंकि प्राइवेट हॉस्पिटल गरीब जनता को लूट लेते हैं. उन्होंने कहा कि स्टाफ मिलते ही आईसीयू को सुचारू कर दिया जाएगा. आने वाले कुछ दिनों में मरीजों को कोई भी दिक्कत नहीं होगी.

ICU बंद होने पर स्वास्थ्य सचिव ने जताई नाराजगी : ICU सुचारु ना होने से दूर-दराज से आने वाले लोगों को प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है. जिनके भारी-भरकम बिलों का बोझ आर्थिक तौर पर उनकी कमर तोड़ रहा है. हकीकत ये है कि आईसीयू वार्ड के लिये स्टाफ नहीं है, कुछ दिन पहले बेस अस्पताल हल्द्वानी का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश द्वारा ICU का संचालन न होने पर कड़ी नाराजगी जताई थी.
ये भी पढ़ें: डेंगू के बढ़े मामले तो कोरोनेशन पहुंचे स्वास्थ्य सचिव, बेड के साथ व्यवस्थाएं बढ़ाने के दिये निर्देश

ICU को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने कहा कि बेस अस्पताल के पास जो 32 नर्सों का स्टाफ है. उसी में से 4 नर्स आईसीयू का काम देखेंगी, जबकि इमरजेंसी से दो से तीन मेडिकल अफसर आईसीयू का काम देखेंगे.
ये भी पढ़ें: स्वास्थ्य सचिव ने किया कोटद्वार बेस हॉस्पिटल का निरीक्षण, स्टाफ का 'ज्ञान' देख आया गुस्सा, लगाई क्लास

सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में ICU वार्ड बंद

हल्द्वानी: सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान करीब 2 करोड़ रुपये की लागत से 9 बेड का ICU वार्ड बनाया गया था. शुरुआत में कुछ दिनों तक इसे संचालित किया गया, लेकिन कुछ समय बाद स्टाफ न होने का हवाला देते हुए इसे बंद कर दिया गया है. तब से लेकर आज तक ICU वार्ड शुरू नहीं हो सका है. जिसके चलते गंभीर मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बेस अस्पताल में स्टाफ की कमी: बेस अस्पताल की सीएमएस डॉ. सविता हयांकी ने बताया कि मात्र 31 चिकित्सा ही कार्यरत हैं. जिसमें 27 स्थाई और 4 संविदा पर हैं, जबकि 27 डॉक्टर के पद खाली हैं. डॉक्टरों की कमी के कारण आईसीयू संचालित नहीं हो पा रहा है. ICU के लिए 4 फिजिशियन, 7 स्टाफ नर्सिंग और 4 मेडिकल अफसर की डिमांड है. उन्होंने कहा कि हल्द्वानी बेस अस्पताल में रोजाना 1200 से 1500 मरीजों की ओपीडी है. जिसके लिए अस्पताल में एक और फिजिशियन की आवश्यकता है. इस संबंध में अवगत कराया गया है कि आईसीयू संचालित करने के लिए डॉक्टर और स्टाफ नर्स की जरूरत है, तभी जाकर आईसीयू का कार्य शुरू हो पाएगा.

मरीजों को लूट रहे प्राइवेट हॉस्पिटल: डॉ. सविता हयांकी ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव ने पूर्व में निरीक्षण के दौरान आश्वासन दिया था कि जल्द ही स्टाफ को मुहैया कराया जाएगा. जिससे आम जनता को प्राइवेट हॉस्पिटल के चक्कर ना लगाना पड़े, क्योंकि प्राइवेट हॉस्पिटल गरीब जनता को लूट लेते हैं. उन्होंने कहा कि स्टाफ मिलते ही आईसीयू को सुचारू कर दिया जाएगा. आने वाले कुछ दिनों में मरीजों को कोई भी दिक्कत नहीं होगी.

ICU बंद होने पर स्वास्थ्य सचिव ने जताई नाराजगी : ICU सुचारु ना होने से दूर-दराज से आने वाले लोगों को प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है. जिनके भारी-भरकम बिलों का बोझ आर्थिक तौर पर उनकी कमर तोड़ रहा है. हकीकत ये है कि आईसीयू वार्ड के लिये स्टाफ नहीं है, कुछ दिन पहले बेस अस्पताल हल्द्वानी का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश द्वारा ICU का संचालन न होने पर कड़ी नाराजगी जताई थी.
ये भी पढ़ें: डेंगू के बढ़े मामले तो कोरोनेशन पहुंचे स्वास्थ्य सचिव, बेड के साथ व्यवस्थाएं बढ़ाने के दिये निर्देश

ICU को लेकर स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने कहा कि बेस अस्पताल के पास जो 32 नर्सों का स्टाफ है. उसी में से 4 नर्स आईसीयू का काम देखेंगी, जबकि इमरजेंसी से दो से तीन मेडिकल अफसर आईसीयू का काम देखेंगे.
ये भी पढ़ें: स्वास्थ्य सचिव ने किया कोटद्वार बेस हॉस्पिटल का निरीक्षण, स्टाफ का 'ज्ञान' देख आया गुस्सा, लगाई क्लास

Last Updated : Sep 30, 2023, 4:17 PM IST
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