हल्द्वानी: सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल (Soban Singh Jeena Base Hospital) में दो करोड़ रुपए की लागत से बना आईसीयू वार्ड स्टाफ की कमी के चलते बंद हो गया है. जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जबकि पर्वतीय जिलों से भी काफी तादाद में लोग इलाज कराने हल्द्वानी आते हैं. बेस अस्पताल की सीएमएस सविता ह्यांकी (Base Hospital CMS Savita Hyanki) ने साफ कहा कि स्टाफ की कमी से आईसीयू वार्ड को बंद किया गया है.
सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में बने आईसीयू वार्ड में 9 बेड लगे हुए हैं, जहां कोरोनाकाल में कई मरीज भर्ती हुए. स्टाफ की कमी से आईसीयू वार्ड को बंद किया गया है. अस्पताल लाए जाने वाले गंभीर मरीजों को इससे खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आईसीयू का संचालन न होने से दूरदराज से आए लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल का रुख करना पड़ रहा है, जहां उनको अतिरिक्त धन व्यय करना पड़ रहा है. सीएमएस सविता ह्यांकी ने बताया कि आईसीयू वार्ड को बंद होने की सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है.
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जो मरीज आईसीयू में भर्ती होने के लायक हैं, उनको यहां से सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्टाफ की नियुक्ति होते ही आईसीयू वार्ड फिर से चालू कर दिया जाएगा. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने स्टाफ की तैनाती को लेकर कोई कदम अभी नहीं उठाया है. बता दें कि हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना अस्पताल में कुमाऊं भर से मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में आईसीयू वार्ड बंद होने से उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.