ETV Bharat / state

नैनीताल में HIV पीड़ित 15 महिलाओं ने दिया स्वस्थ बच्चों को जन्म

नैनीताल जिले में नई तकनीकी और सही इलाज से 15 गर्भवती HIV पीड़ित महिलाओं ने स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है.

नैनीताल: HIV पीड़ित 15 महिलाओं ने दिया स्वस्थ बच्चों को जन्म.
author img

By

Published : Nov 20, 2019, 5:43 PM IST

हल्द्वानी: नैनीताल जिले में एचआईवी से ग्रसित महिलाओं ने नई तकनीकी और सही इलाज करवाकर स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है. एड्स से ग्रसित 15 महिलाओं ने स्वस्थ बच्चे पैदा किए हैं जो एचआईवी से ग्रसित नहीं हैं. इसके लिए पति और पत्नी को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ी.

नैनीताल: HIV पीड़ित 15 महिलाओं ने दिया स्वस्थ बच्चों को जन्म.

सुशीला तिवारी एंटी रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर के प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि एचआईवी ग्रसित महिलाओं का मां बनना अब कोई अभिशाप नहीं है. समय पर इलाज और जागरुकता से एचआईवी ग्रसित महिला भी स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं. अगर पति-पत्नी एचआईवी से ग्रसित हैं तो उसका बच्चा स्वस्थ पैदा हो सकता है.

ये भी पढ़ें: प्रयागराज की तर्ज पर हरिद्वार कुंभ में भी सजेंगी दीवारें, दिखेगी देवसंस्कृति की झलक

एचआईवी ग्रसित महिलाओं में उसके बच्चे के अस्वस्थ होने की 2 प्रतिशत संभावना रहती है. नैनीताल जिले में वर्ष 2018 में 8 एचआईवी गर्भवती महिलाओं ने स्वस्थ बच्चे पैदा किए, जिसमें 6 बच्चे स्वस्थ हैं जबकि 2 बच्चे अन्य कारणों से नहीं रहे. साल 2019 जनवरी से अक्टूबर तक एचआईवी से 7 ग्रसित महिलाओं ने 7 स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया.

डॉ. अशोक कुमार के अनुसार, बच्चों के जन्म के दौरान उनको डेढ़ महीने तक दवाइयां पिलाई जाती हैं. इसके बाद उस बच्चे की ईआईडी कराई जाती है. रिपोर्ट की जांच को दिल्ली भेजा जाता है. साल 2019 में गर्भवती महिलाओं में 5 महिलाओं का प्रसव सुशीला तिवारी अस्पताल में हुआ है, जबकि 2 महिलाओं का प्रसव महिला बेस अस्पताल में कराया गया.

हल्द्वानी: नैनीताल जिले में एचआईवी से ग्रसित महिलाओं ने नई तकनीकी और सही इलाज करवाकर स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है. एड्स से ग्रसित 15 महिलाओं ने स्वस्थ बच्चे पैदा किए हैं जो एचआईवी से ग्रसित नहीं हैं. इसके लिए पति और पत्नी को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ी.

नैनीताल: HIV पीड़ित 15 महिलाओं ने दिया स्वस्थ बच्चों को जन्म.

सुशीला तिवारी एंटी रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर के प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि एचआईवी ग्रसित महिलाओं का मां बनना अब कोई अभिशाप नहीं है. समय पर इलाज और जागरुकता से एचआईवी ग्रसित महिला भी स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं. अगर पति-पत्नी एचआईवी से ग्रसित हैं तो उसका बच्चा स्वस्थ पैदा हो सकता है.

ये भी पढ़ें: प्रयागराज की तर्ज पर हरिद्वार कुंभ में भी सजेंगी दीवारें, दिखेगी देवसंस्कृति की झलक

एचआईवी ग्रसित महिलाओं में उसके बच्चे के अस्वस्थ होने की 2 प्रतिशत संभावना रहती है. नैनीताल जिले में वर्ष 2018 में 8 एचआईवी गर्भवती महिलाओं ने स्वस्थ बच्चे पैदा किए, जिसमें 6 बच्चे स्वस्थ हैं जबकि 2 बच्चे अन्य कारणों से नहीं रहे. साल 2019 जनवरी से अक्टूबर तक एचआईवी से 7 ग्रसित महिलाओं ने 7 स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया.

डॉ. अशोक कुमार के अनुसार, बच्चों के जन्म के दौरान उनको डेढ़ महीने तक दवाइयां पिलाई जाती हैं. इसके बाद उस बच्चे की ईआईडी कराई जाती है. रिपोर्ट की जांच को दिल्ली भेजा जाता है. साल 2019 में गर्भवती महिलाओं में 5 महिलाओं का प्रसव सुशीला तिवारी अस्पताल में हुआ है, जबकि 2 महिलाओं का प्रसव महिला बेस अस्पताल में कराया गया.

Intro:sammry- 15 एड्स पीड़ित महिलाओं ने स्वस्थ बच्चों को दिया जन्म एचआईवी संक्रामक अब मां बनने के लिए अभिशाप नहीं (स्पेशल खबर) एंकर- एचआईवी से ग्रसित महिलाओं को अब मां बनना अभिशाप नहीं रह गया है। नई तकनीकी और समय से इलाज लेकर एचआईवी से ग्रसित महिला भी मां बन सकती है। नैनीताल जिले में एड्स ग्रसित 15 महिलाओं ने स्वस्थ बच्चे पैदा किए है जो एचआईवी से ग्रसित नहीं है।


Body:सुशीला तिवारी a.r.t.( एंटी रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट) सेंटर के प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि एचआईवी ग्रसित महिलाओं को मां बनना कोई अभिशाप नहीं है समय पर इलाज और उसकी जागरूकता मिल जाए तो एचआईवी ग्रसित महिला भी स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। अगर पति पत्नी एचआईवी से ग्रसित है तो उसका बच्चा स्वस्थ पैदा हो सकता है जो एचआईवी से ग्रसित नहीं होगा। एचआईवी ग्रसित महिलाओं में उसके बच्चे को अस्वस्थ होने की 2% संभावना रहती है। नैनीताल जिले में वर्ष 2018 में 8 एचआईवी गर्भवती महिलाओं ने स्वस्थ बच्चे पैदा जिसमे 6 बच्चे स्वास्थ्य है जबकि 2 बच्चे अन्य कारणों से नही रहे । वर्ष 2019 जनवरी से अक्टूबर तक एचआईवी से 7 ग्रसित महिलाओं ने 7 स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। डॉ अशोक के अनुसार बच्चे के जन्म के दौरान उसको डेढ़ महीने तक दवाइयां पिलाई जाती है। जिसके बाद उस बच्चे की eid कराई जाती है और रिपोर्ट की जांच को दिल्ली भेजा जाता है । बाइट -अशोक कुमार प्रभारी a.r.t. सेंटर हल्द्वानी


Conclusion:वर्ष 2019 में साथ गर्भवती महिलाओं में 5 महिलाओं का प्रसव सुशीला तिवारी अस्पताल में हुआ है जबकि 2 महिलाओं का प्रसव महिला बेस अस्पताल में किया गया है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.