नैनीताल: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा गैरसैंण में 15 अगस्त को झंडा फहराने वाले बयान पर चुटकी ली है. उन्होंने शायराना अंदाज में त्रिवेंद्र सिंह रावत पर तंज करते हुए कहा बड़ी देर कर दी मेहरबां आते-आते... उन्होंने कहा मैं भी गैरसैंण में झंडे का डंडा लगाने वाला पहला मुख्यमंत्री था, लेकिन झंडा फहराने से पहले ही उनकी विदाई हो गई और झंडा फहराने से वो रह गए.
हरीश रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार ने तीन महीने पहले गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का फैसला किया था, लेकिन 3 महीने बीत जाने के बाद भी गैरसैंण में विकास का एक भी पत्थर नहीं लगा है. उन्होंने कहा जिस विधानसभा भवन के प्रांगण में मुख्यमंत्री झंडा फहराएंगे उस भवन का काम कांग्रेस सरकार ने करवाया था. उन्होंने कहा आखिर त्रिवेंद्र सरकार द्वारा गैरसैंण में 3 साल तक कोई विकास कार्य क्यों नहीं किया गया.
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हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर सरकार की मंशा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की है तो सरकार गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी बोर्ड लगाने पर शर्मा क्यों रही है.