हल्द्वानी: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत पर कटाक्ष करते हुए फेसबुक पर एक पोस्ट की है. हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड के पारंपरिक अनाज जो विलुप्ति की कगार पर हैं, अगर उन्हें प्रमोट करने को बंशीधर भगत ने नौटंकी कहा था, जो मंडुवा कभी ₹5 किलो बिक था वह अब ₹40 किलो बिक रहा है. जबकि, गींठी ₹60 किलो बिक रही है. साथ ही इनकी बाजार में लगातार डिमांड बढ़ रही है.
हरीश रावत ने कहना है कि जिस गींठी को लोग जानते नहीं थे, वो गींठी आज ₹60 किलो भी उत्तराखंड के बाजार में लोगों को मिल नहीं पा रही है और भी बहुत सारे उत्पाद हैं. जिनकी कीमत अब बढ़ने लगी है और बंशीधर भगत इसे मेरा नाटक कहते हैं. हमने मडुंआ, चौलाई, राजमा, काले भट्ट, मास, इन सबके लिये न्यूनतम खरीद मूल्य के साथ-साथ बोनस की योजना भी शुरू की थी. लेकिन जब बीजेपी सरकार आई तो आपने बोनस की योजना को समाप्त कर दिया.
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#बंशीधर_भगत जी कहते हैं कि उत्तराखंडी खान-पान अनाज आदि की बात #हरीश_रावत का नाटक है। बंशीधर जी ये हरीश रावत के नाटक का ही प्रभाव है कि 5 रूपया नाली बिकने वाला मडुआ, आज मडुवे का आटा ₹40 किलो के हिसाब से बिक रहा है, जिस गेठी...https://t.co/f8AmS9xxsd@tsrawatbjp @bansidharbhagat pic.twitter.com/17MEFr9hKK
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 18, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 18, 2021
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हरदा ने कहा कि हमारे समय में वर्ष 2016-17 में मडुंवे का रकबा 10 प्रतिशत बढ़ा, जब आप आये तो मडुंवे का रकबा आज 12 प्रतिशत घट गया है. आज हमारे ही नाटक का परिणाम है कि एक बहुत समझदार वरिष्ठ अधिकारी ने अपने विभाग की मैस में उत्तराखंडी व्यंजनों को परोसना अनिवार्य कर दिया है. माननीय भगत जी आप द्वारा हमारा कथित नाटक ही लोगों के सोच और जीवन में परिवर्तन ला रहा है, वैसे नाटक तो आप भी अच्छा कर लेते हैं.
बता दें कि डीजीपी अशोक कुमार ने उत्तराखंड पुलिस मैस में सप्ताह में एक दिन पहाड़ी व्यंजनों को अनिवार्य कर दिया है. जिसके बाद हरीश रावत ने डीजीपी के इस पहल को सराहना की है. ऐसे में हरीश रावत ने बंशीधर भगत पर कटाक्ष करते हुए उनपर निशाना साधा है.