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MOTHER'S DAY: बच्चों के पालन-पोषण के लिए भीख मांग रही मां - मदर्स डे

हल्द्वानी के नैनीताल रोड पर मदर्स डे के दिन एक मां अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सड़क किनारे बैठी थी. वह भीख मांग कर अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रही हैं.

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मदर्स डे
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Published : May 10, 2020, 12:44 PM IST

Updated : May 10, 2020, 4:29 PM IST

हल्द्वानी: हर साल मई महीने का दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है. मां अपने बच्चों पर जीवनभर की खुशियों न्योछावर कर देती है. मां के दिए संस्कारों से ही बच्चे अपना भविष्य बनते हैं. ऐसे में आज का दिन सभी माओं को समर्पित है. ऐसा ही एक उदाहरण हल्द्वानी के नैनीताल रोड पर देखने को मिला. जहां एक मां अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सड़क किनारे बैठी थी. जो भीख मांगकर अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रही है.

पूरा विश्व कोरोना महामारी के बीच घरों में कैद रहकर मदर्स डे का जश्न मना रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर एक मां भीख मांगने के लिए सड़कों पर घूम रही है. जो इस बात की जुगाड़ में है कि उसके बच्चों को एक वक्त का खाना मिल जाए. इसे कोरोना की चपेट में आकर मरने से ज्यादा अपने बच्चों के भूख से मरने का खतरा सता रहा है. हालांकि, उसने एहतियात के तौर पर अपने चेहरे को ढक रखा है और अपने बच्चों के खाने-पीने के लिए लोगों से भीख मांग रही हैं. महिला ने अपने दोनों बच्चों अपने आंचल में छुपा रखा है और लोगों का दिया उन्हें कुछ खिला रही है.

मदर्स डे विशेष

पढ़ें: ऑनलाइन पढ़ाई के लिए चढ़ना पढ़ रहा पहाड़, हिमाचल प्रदेश के भरोसे छात्र

महिला ने बताया कि, लॉकडाउन के चलते उसके घर पर खाने को कुछ भी नहीं है. जिस कारण उसे मजबूरन सड़क किनारे बैठकर अपने बच्चों को पालन पोषण के लिए भीख मांगनी पड़ रही है. ताकि उसके बच्चों के लिए खाने का जुगाड़ हो सके.

हल्द्वानी: हर साल मई महीने का दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है. मां अपने बच्चों पर जीवनभर की खुशियों न्योछावर कर देती है. मां के दिए संस्कारों से ही बच्चे अपना भविष्य बनते हैं. ऐसे में आज का दिन सभी माओं को समर्पित है. ऐसा ही एक उदाहरण हल्द्वानी के नैनीताल रोड पर देखने को मिला. जहां एक मां अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सड़क किनारे बैठी थी. जो भीख मांगकर अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रही है.

पूरा विश्व कोरोना महामारी के बीच घरों में कैद रहकर मदर्स डे का जश्न मना रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर एक मां भीख मांगने के लिए सड़कों पर घूम रही है. जो इस बात की जुगाड़ में है कि उसके बच्चों को एक वक्त का खाना मिल जाए. इसे कोरोना की चपेट में आकर मरने से ज्यादा अपने बच्चों के भूख से मरने का खतरा सता रहा है. हालांकि, उसने एहतियात के तौर पर अपने चेहरे को ढक रखा है और अपने बच्चों के खाने-पीने के लिए लोगों से भीख मांग रही हैं. महिला ने अपने दोनों बच्चों अपने आंचल में छुपा रखा है और लोगों का दिया उन्हें कुछ खिला रही है.

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महिला ने बताया कि, लॉकडाउन के चलते उसके घर पर खाने को कुछ भी नहीं है. जिस कारण उसे मजबूरन सड़क किनारे बैठकर अपने बच्चों को पालन पोषण के लिए भीख मांगनी पड़ रही है. ताकि उसके बच्चों के लिए खाने का जुगाड़ हो सके.

Last Updated : May 10, 2020, 4:29 PM IST
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