हल्द्वानी: पहाड़ों में पिछले 2 दिन से हो रही बारिश के चलते जहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो वहीं, नैनीताल जनपद के कई मार्ग पहाड़ी से मलबा आने से बाधित हो गये हैं. हल्द्वानी-नैनीताल नेशनल हाईवे डोलमार के पास पहाड़ी से बोल्डर आने से करीब 3 घंटे तक बाधित रहा. इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई.
हल्द्वानी-नैनीताल हाईवे बाधित होने से सबसे ज्यादा परेशानी नैनीताल आने-जाने वाले पर्यटकों को उठानी पड़ी. हालांकि, संबंधित विभाग और पुलिस ने करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को सुचारू किया. वहीं, जिला प्रशासन पहाड़ों पर आने वाले लोगों से सावधानी से चलने की अपील कर रहा है. जिला प्रशासन का कहना है कि सड़क पर मलबा आने के दौरान वाहनों को रोक लें, जिससे कि कोई हादसा ना हो.
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बता दें, पहाड़ों पर बारिश का कहर जारी है. उत्तरकाशी में बीती रात हुई मांडो और निराकोट के ऊपर बादल फटने की घटना से गदेरे उफान पर आ गए. इस कारण सबसे ज्यादा नुकसान मांडो गांव में हुआ है. जहां पर 15 से 20 घरों में मलबा घुस गया है. 4 से 5 मकान जमींदोज को हो गए हैं. मांडो गांव में NDRF और SDRF रेस्क्यू टीम ने दो महिलाओं और एक बच्ची का शव बरामद कर लिया है.
उधर, रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर बढ़ने से सभी घाट डूब गये हैं. जिला मुख्यालय स्थित बेलणी पुल के नीचे भगवान शिव की मूर्ति भी अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने से डूब गई है.