हल्द्वानी: शहर में आवारा पशुओं के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए उत्तराखंड हाईकोर्ट के निर्देश के बाद हल्द्वानी नगर निगम नींद से जागा है. नगर निगम द्वारा जहां आवारा पशुओं को पकड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है, तो दूसरी तरफ इन आवारा पशुओं को रखना नगर निगम के लिए चुनौती बन गया है. नगर आयुक्त हल्द्वानी पंकज उपाध्याय ने कहा कि शहर वासियों को आवारा जानवरों से निजात दिलाने के लिए उनको पकड़ने का अभियान चलाया गया है. पशुओं को पकड़कर गौशाला केंद्र भेजा जा रहा है. इसके अलावा नई गौशाला बनाए जाने के लिए कई जगहें चिन्हित कर गौशाला बनवाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
उन्होंने बताया कि हल्द्वानी शहर पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण शहर है. कुमाऊं दर्शन को आने वाले पर्यटकों के लिए नगर निगम सुविधाएं बढ़ाने जा रहा है, जहां एक ओर अतिक्रमण हटाकर सड़कों को जाम से मुक्त किया जाने का प्रयास किया जा रहा है तो दूसरी तरफ नैनीताल रोड में 22 हाईटेक सुलभ शौचालय बनाए जाने का काम शुरू हुआ है. पर्यटन सीजन में लाखों की संख्या में पर्यटक हल्द्वानी होते हुए पहाड़ों की तरफ घूमने के लिए आते हैं. लिहाजा उनकी सुविधा के लिए सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण हो रहा है. इसके अलावा हल्द्वानी शहर में घूमने वाले आवारा जानवर अब शहर में नहीं दिखाई देंगे. उनके लिए गौशाला निर्माण का कार्य भी तेजी से शुरू हो गया है.
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मुख्य नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय का कहना है कि लोगों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से नगर निगम कई नई पहल शुरू कर चुका है, जो जल्द धरातल पर दिखाई देंगी. उन्होंने बताया कि रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर विद्युत शवदाह गृह बनाए जाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा.