हल्द्वानी: नगर निगम के आय का मुख्य जरिया हाउस टैक्स, नगर निगम की दुकानों का किराया और स्वच्छता कर है. नगर निगम को हर साल इस टैक्स के माध्यम से करीब 5 करोड़ रुपए की राजस्व की प्राप्ति होती है, लेकिन कोरोना काल में आम आदमी को 25 फीसदी की छूट देने के बाद भी नगर निगम को टैक्स का भुगतान नहीं मिल पा रहा है.
बता दें कि, नगर निगम हल्द्वानी ने हाउस टैक्स, स्वच्छता और दुकानों का किराए से 4.90 करोड़ की आय की उम्मीद थी. जिसके लिए 31 जुलाई की डेडलाइन तय की गई थी जेसे अब बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी गई है. बता दें कि अभी तक नगर निगम को टैक्स के माध्यम से मात्र 20 लाख रुपये की है राजस्व की प्राप्ति हुई है.
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वहीं, हल्द्वानी के नगर आयुक्त चंद्र सिंह मर्तोलिया ने बताया कि नगर निगम टैक्स वसूली के लिए 25 फीसदी की छूट दी गई है. जिससे कि लोग समय रहते टैक्स जमा करा सके. उन्होंने बताया कि टैक्स जमा करने की छूट की अवधि 31 जुलाई थी जिसे बढ़ाकर अब 31 अगस्त तक कर दी गई है. मर्तोलिया का कहना है कि, कोरोना काल के चलते टैक्स वसूली की रफ्तार में कमी आई है. हाउस टैक्स, दुकानों के किराए और स्वच्छता कर के माध्यम से हर साल निगम को करीब 5 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति होती है. लेकिन अभी तक करीब 20 लाख रुपए की ही वसूली हो पाई है.
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नगर आयुक्त का कहना है कि, टैक्स वसूली की रफ्तार में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. साथ ही जो लोग समय रहते टैक्स जमा नहीं कराएंगे उनके खिलाफ नोटिस की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में सबसे ज्यादा अधिक टैक्स वालों को नोटिस जारी कर भुगतान की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने लोगों से अपील की है कि छूट का फायदा लेते हुए टैक्स को समय रहते जमा कराएं जिससे कि नगर निगम की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके.