हल्द्वानीः कुमाऊं की लाइफलाइन कही जाने वाली गौला नदी के खनन निकासी गेटों में खनन काम में लगे वाहन स्वामियों का पांच दिन भी हड़ताल जारी है. स्टोन क्रशर और खनन कारोबारियों के बीच खनन ढुलान के रेटों का समझौता नहीं हो पाने से खनन कारोबारी हड़ताल पर हैं.
खनन से जहां सरकार को रोजाना करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं हड़ताल पर डटे खनन कारोबारियों ने विधायक के माध्यम से मामला सीएम दरबार तक पहुंचा दिया है. फिलहाल मामला अभी सुलझता नहीं दिखाई दे रहा है.
गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में 7 गेट के वाहन स्वामी 5 दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर जाने से जहां सरकार को करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं खनन में जुटे मजदूरों को भी रोजी रोटी का संकट गहरा गया है.
खनन वाहन स्वामियों और स्टोन क्रशर स्वामियों के बीच ढुलान रेट का समझौता नहीं होने पर इसका खामियाजा गरीब मजदूरों को सबसे ज्यादा उठाना पड़ रहा है. क्योंकि गोला नदी में काम करने वाले अधिकतर खनन मजदूर बाहर से आए हुए हैं ऐसे में सबसे ज्यादा हड़ताल का असर इन मजदूरों पर पड़ा है.
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वाहन स्वामी हड़ताल और समझौते को लेकर स्थानीय विधायक नवीन दुमका से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई समस्या नहीं निकल पाया है. इस मामले में विधायक दुम्का ने मुख्यमंत्री से भी वार्ता की है, लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रही है. वहीं विधायक दुमका का कहना है कि क्रशर और वाहन स्वामियों के बीच रेटों के समझौता मामले को मुख्यमंत्री को अवगत करा चुके हैं. संभवत एक-दो दिन के भीतर में समस्या हल हो जाएगी.