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हल्द्वानीः खनन कारोबारियों की पांचवें दिन भी हड़ताल जारी, करोड़ों के राजस्व का हो रहा नुकसान

गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में 7 गेट के वाहन स्वामी 5 दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर जाने से सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हो रहा है.

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Published : Nov 27, 2019, 4:19 PM IST

हल्द्वानीः कुमाऊं की लाइफलाइन कही जाने वाली गौला नदी के खनन निकासी गेटों में खनन काम में लगे वाहन स्वामियों का पांच दिन भी हड़ताल जारी है. स्टोन क्रशर और खनन कारोबारियों के बीच खनन ढुलान के रेटों का समझौता नहीं हो पाने से खनन कारोबारी हड़ताल पर हैं.

खनन कारोबारियों की हड़ताल जारी.

खनन से जहां सरकार को रोजाना करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं हड़ताल पर डटे खनन कारोबारियों ने विधायक के माध्यम से मामला सीएम दरबार तक पहुंचा दिया है. फिलहाल मामला अभी सुलझता नहीं दिखाई दे रहा है.

गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में 7 गेट के वाहन स्वामी 5 दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर जाने से जहां सरकार को करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं खनन में जुटे मजदूरों को भी रोजी रोटी का संकट गहरा गया है.

खनन वाहन स्वामियों और स्टोन क्रशर स्वामियों के बीच ढुलान रेट का समझौता नहीं होने पर इसका खामियाजा गरीब मजदूरों को सबसे ज्यादा उठाना पड़ रहा है. क्योंकि गोला नदी में काम करने वाले अधिकतर खनन मजदूर बाहर से आए हुए हैं ऐसे में सबसे ज्यादा हड़ताल का असर इन मजदूरों पर पड़ा है.

यह भी पढ़ेंः NIOS परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर कांग्रेसियों में आक्रोश, जांच की मांग

वाहन स्वामी हड़ताल और समझौते को लेकर स्थानीय विधायक नवीन दुमका से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई समस्या नहीं निकल पाया है. इस मामले में विधायक दुम्का ने मुख्यमंत्री से भी वार्ता की है, लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रही है. वहीं विधायक दुमका का कहना है कि क्रशर और वाहन स्वामियों के बीच रेटों के समझौता मामले को मुख्यमंत्री को अवगत करा चुके हैं. संभवत एक-दो दिन के भीतर में समस्या हल हो जाएगी.

हल्द्वानीः कुमाऊं की लाइफलाइन कही जाने वाली गौला नदी के खनन निकासी गेटों में खनन काम में लगे वाहन स्वामियों का पांच दिन भी हड़ताल जारी है. स्टोन क्रशर और खनन कारोबारियों के बीच खनन ढुलान के रेटों का समझौता नहीं हो पाने से खनन कारोबारी हड़ताल पर हैं.

खनन कारोबारियों की हड़ताल जारी.

खनन से जहां सरकार को रोजाना करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं हड़ताल पर डटे खनन कारोबारियों ने विधायक के माध्यम से मामला सीएम दरबार तक पहुंचा दिया है. फिलहाल मामला अभी सुलझता नहीं दिखाई दे रहा है.

गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटों में 7 गेट के वाहन स्वामी 5 दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर जाने से जहां सरकार को करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं खनन में जुटे मजदूरों को भी रोजी रोटी का संकट गहरा गया है.

खनन वाहन स्वामियों और स्टोन क्रशर स्वामियों के बीच ढुलान रेट का समझौता नहीं होने पर इसका खामियाजा गरीब मजदूरों को सबसे ज्यादा उठाना पड़ रहा है. क्योंकि गोला नदी में काम करने वाले अधिकतर खनन मजदूर बाहर से आए हुए हैं ऐसे में सबसे ज्यादा हड़ताल का असर इन मजदूरों पर पड़ा है.

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वाहन स्वामी हड़ताल और समझौते को लेकर स्थानीय विधायक नवीन दुमका से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई समस्या नहीं निकल पाया है. इस मामले में विधायक दुम्का ने मुख्यमंत्री से भी वार्ता की है, लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रही है. वहीं विधायक दुमका का कहना है कि क्रशर और वाहन स्वामियों के बीच रेटों के समझौता मामले को मुख्यमंत्री को अवगत करा चुके हैं. संभवत एक-दो दिन के भीतर में समस्या हल हो जाएगी.

Intro:sammry- गौला नदी से खनन हड़ताल पांचवें दिन भी जारी मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा रोजाना करोड़ों का हो रहा है सरकार को राजस्व का नुकसान।

एंकर- कुमाऊं की लाइफलाइन कही जाने वाली गौला नदी के खनन निकासी गेटो में खनन काम मे लगे वाहन स्वामियों आज पांचवे दिन भी हड़ताल जारी है। स्टोन क्रेशर और खनन कारोबारियों के बीच खनन ढुलान के रेटो का समझौता नहीं हो पाए जाने पर खनन कारोबारी हड़ताल पर हैं। खनन से जहां सरकार को रोजाना करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है ।तो वही हड़ताल पर डटे खनन कारोबारियों ने विधायक के माध्यम से मामला सीएम दरबार तक पहुंचा दिया है। फिलहाल मामला अभी सुलझा नहीं दिखाई दे रहा है।



Body:गौला नदी के 11 खनन निकासी गेटो में 7 गेट के वाहन स्वामी 5 दिनों से हड़ताल पर हैं। हड़ताल पर जाने से जहां सरकार को करोड़ों का राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वहीं खनन में जुटे मजदूरों को भी रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। खनन वाहन स्वामियों और स्टोन क्रेशर स्वामियों के बीचढुलान रेट के समझौता नहीं होने पर इसका खामियाजा गरीब मजदूरों को सबसे ज्यादा उठाना पड़ रहा है क्योंकि गोला नदी में काम करने वाले अधिकतर खनन मजदूर बाहर से आए हुए हैं ऐसे में सबसे ज्यादा हड़ताल का असर इन मजदूरों पर पड़ा है।

वाइट खनन कारोबारी

वाहन स्वामियों ने हड़ताल और समझौते को लेकर स्थानीय विधायक नवीन दुमका से भी गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई समस्या नहीं निकल पाया है इस मामले में विधायक दुम्का ने मुख्यमंत्री से भी वार्ता की है लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रहा है।


Conclusion:वहीं विधायक नवीन दुमका का कहना है कि क्रेशर और वाहन स्वामियों के बीच रेटो को समझौता नहीं होने के मामले को मुख्यमंत्री को अवगत करा चुके हैं संभवत एक-दो दिन के भीतर में समस्या हल निकल जाएगा।

बाइट- नवीन दुम्का विधायक लालकुआं
गौरतलब है कि करीब 6000 वाहन स्वामी हड़ताल पर चले गए हैं ऐसे में सरकार को रोजाना करीब डेढ़ करोड़ से अधिक का राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है ।
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