हल्द्वानी: शहर के जीतपुर नेगी गांव के ग्रामीणों ने आगामी 11 अप्रैल को होने जा रहे लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का एलान किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि वे लोग बरसों से ग्राम पंचायतों के चुनाव में भागीदारी करते आ रहे थे, लेकिन नगर निगम परिसीमन के दौरान उनके 500 परिवार को नगर निगम में शामिल नहीं किया गया और जिसके चलते वे मताधिकार से वंचित रहे. जबकि, पिछले 50 सालों से वे लोग यहां के रहते आ रहे हैं.
गौर हो कि जीतपुर नेगी गांव नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है. लोगों का आरोप है कि वे पहले ग्राम पंचायत चुनाव में भागीदारी करते थे.परिसीमन के बाद उन्हें नगर निगम में शामिल किया गया. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में करीब 500 परिवार पिछले 50 वर्षों से निवास कर रहा हैं उनको लोकसभा और विधानसभा सहित पंचायती राज्य में चुनाव देने का अधिकार था. लेकिन परिसीमन के बाद भी नगर निगम चुनाव ने उन्हें मतदान से वंचित कर दिया और उन्हें नगर निगम में शामिल नहीं किया गया. जिससे लोगों का पारा चढ़ा हुआ है.
उनका कहना है कि करीब 4000 से अधिक मतदाता इस गांव में रहते हैं जो आगामी आने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे. ग्रामीणों ने गांव में बैनर पोस्टरों से विरोध का बिगुल फूंक दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सरकार और जिला प्रशासन उनके गांव को नगर निगम में शामिल नहीं करता है तब तक होने वाले चुनावों का बहिष्कार करेंगे. जीतपुर के ग्रामीण बैनर पोस्टर में किसी भी पार्टी से जुड़े नेताओं को गांव में आने से सख्त मना किया है.
ग्रामीणों ने बैनर पोस्टरों में लिखा है कि कृपया वोट मांग कर शर्मिंदा न करें. ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले को लेकर कई महीनों से राजनेता और प्रशासन से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला. ग्रामीणों ने ठान लिया है कि वे इस बार चुनाव में राजनीतिक पार्टियों को सबक सिखाएंगे.