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सर्वे में बड़ा खुलासा, मॉल और होटल बर्बाद कर रहे जनता के हक का पानी

शहर में पानी का संकट बढ़ने से लोग परेशान हैं. जिसकी मुख्य वजह शहर के बड़े होटल, मॉल और अस्पताल संचालक हैं. जल संस्थान ने पानी की समस्याओं को लेकर एक सर्वे कराया था, जिसके चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं.

शहर में पानी की कमी से लोग परेशान.
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Published : Jul 1, 2019, 1:13 PM IST

हल्द्वानी: शहर में पेयजल संकट लगातार गहराता जा रहा है. अधिकतर जगहों पर वर्षों पुरानी लाइनों से पेयजल का रिसाव होने से पानी की बर्बाद हो रही है. वहीं जल संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक हल्द्वानी में पेयजल संकट का मुख्य कारण मॉल, होटल और अस्पताल बताए जा रहे हैं. जोकि पेयजल विभाग का आधा पानी पी जा रहे हैं. जिससे लोगों को पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.

गौर हो कि शहर में पानी का संकट बढ़ने से लोग परेशान हैं. जिसकी मुख्य वजह शहर के बड़े होटल, मॉल और अस्पताल संचालक हैं. जल संस्थान ने पानी की समस्या को लेकर एक सर्वे कराया था, जिसके चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि हल्द्वानी शहर में करीब 76 हजार पेयजल कनेक्शन हैं, जबकि शहर में सैकड़ों छोटे-बड़े मॉल और अस्पताल, और होटल हैं. जिनको जल संस्थान पानी उपलब्ध कराता है. जल संस्थान ने अपने सर्वे में मात्र 159 होटल, मॉल और अस्पतालों को चिन्हित किया है, जहां पानी की खपत काफी ज्यादा है.

जल संस्थान ने पानी के समस्याओं को लेकर एक सर्वे कराया था.

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि होटल, मॉल और अस्पतालों द्वारा पानी की ज्यादा खपत करने की शिकायत के बाद इन सभी संस्थानों को चिन्हित किया गया है. जिनके यहां कनेक्शन लगे हैं, लेकिन मीटर नहीं हैं. अगर मीटर हैं तो वह खराब हो चुके हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा पानी की बर्बादी इन संस्थानों द्वारा की जा रही है. अधिशासी अभियंता का कहना है कि इन संस्थानों से विभाग द्वारा पानी की खपत एवरेज के हिसाब से पैसा वसूला जाता है. वास्तव में यह संस्थान कितनाे पानी की खपत करता है. इसका सही पता नहीं चल पाता है.

अब विभाग इन सभी संस्थानों में नई मीटर लगाने का प्रक्रिया करने जा रहा है. जिससे पानी की बर्बादी को रोका जा सके और इन संस्थानों से खपत के अनुसार पानी की वसूली की जा सकें. बता दें कि फिलहाल जल संस्थान ने 159 संस्थानों को ही चिन्हित किया है, जो ज्यादा पानी की बर्बादी कर रहे हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि शहर में पानी का खेल किसकी शह पर चल रहा है?

हल्द्वानी: शहर में पेयजल संकट लगातार गहराता जा रहा है. अधिकतर जगहों पर वर्षों पुरानी लाइनों से पेयजल का रिसाव होने से पानी की बर्बाद हो रही है. वहीं जल संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक हल्द्वानी में पेयजल संकट का मुख्य कारण मॉल, होटल और अस्पताल बताए जा रहे हैं. जोकि पेयजल विभाग का आधा पानी पी जा रहे हैं. जिससे लोगों को पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.

गौर हो कि शहर में पानी का संकट बढ़ने से लोग परेशान हैं. जिसकी मुख्य वजह शहर के बड़े होटल, मॉल और अस्पताल संचालक हैं. जल संस्थान ने पानी की समस्या को लेकर एक सर्वे कराया था, जिसके चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि हल्द्वानी शहर में करीब 76 हजार पेयजल कनेक्शन हैं, जबकि शहर में सैकड़ों छोटे-बड़े मॉल और अस्पताल, और होटल हैं. जिनको जल संस्थान पानी उपलब्ध कराता है. जल संस्थान ने अपने सर्वे में मात्र 159 होटल, मॉल और अस्पतालों को चिन्हित किया है, जहां पानी की खपत काफी ज्यादा है.

जल संस्थान ने पानी के समस्याओं को लेकर एक सर्वे कराया था.

जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि होटल, मॉल और अस्पतालों द्वारा पानी की ज्यादा खपत करने की शिकायत के बाद इन सभी संस्थानों को चिन्हित किया गया है. जिनके यहां कनेक्शन लगे हैं, लेकिन मीटर नहीं हैं. अगर मीटर हैं तो वह खराब हो चुके हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा पानी की बर्बादी इन संस्थानों द्वारा की जा रही है. अधिशासी अभियंता का कहना है कि इन संस्थानों से विभाग द्वारा पानी की खपत एवरेज के हिसाब से पैसा वसूला जाता है. वास्तव में यह संस्थान कितनाे पानी की खपत करता है. इसका सही पता नहीं चल पाता है.

अब विभाग इन सभी संस्थानों में नई मीटर लगाने का प्रक्रिया करने जा रहा है. जिससे पानी की बर्बादी को रोका जा सके और इन संस्थानों से खपत के अनुसार पानी की वसूली की जा सकें. बता दें कि फिलहाल जल संस्थान ने 159 संस्थानों को ही चिन्हित किया है, जो ज्यादा पानी की बर्बादी कर रहे हैं. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि शहर में पानी का खेल किसकी शह पर चल रहा है?

Intro:Sammry- शहर का आधा पानी मॉल, होटल और अस्पताल कर जा रहे हैं चट पानी के लिए जनता हलकान ।
एंकर- भीषण गर्मी में हल्द्वानी में पेयजल संकट लगातार गहराता जा रहा है। अधिकतर जगहों पर वर्षो पुरानी लाइनों से पेयजल बर्बाद हो रहे हैं। हल्द्वानी में पेयजल संकट का सबसे बड़ा समस्या शहर के अधिकतर मॉल ,होटल और अस्पताल बताए जा रहे हैं जो कि पेयजल विभाग का आधा पानी यह शहर के बड़े संस्थान पी जा रहे हैं।


Body:हल्द्वानी में लगातार पानी का संकट गहराता जा रहा है इसका मुख्य कारण शहर के बड़े होटल मॉल और अस्पताल संचालक हैं। जल संस्थान पानी के समस्याओं को लेकर एक सर्वे कराया था जिसमें चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं बताया जा रहा है कि हल्द्वानी शहर में करीब 76 हज़ार पेयजल कनेक्शन है। जबकि शहर में सैकड़ों छोटे-बड़े मॉल और अस्पताल, और होटल है जिनको जल संस्थान पानी उपलब्ध कराता है। लेकिन जल संस्थान ने अपने सर्वे में मात्र 159 होटल मॉल और अस्पतालों को चिन्हित किया है जो ज्यादा पानी खपत कर हैं।
अधिशासी अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि होटलों और मॉल और अस्पतालों द्वारा पानी की ज्यादा खपत करने की शिकायत के बाद इन सभी संस्थानों को चिन्हित किया गया है जिनके यहां कनेक्शन लगे हैं लेकिन मीटर नहीं है अगर है तो वह खराब हो चुके हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा पानी की बर्बादी इन संस्थानों द्वारा किया जा रहा है।
अधिशासी अभियंता का कहना है कि इन संस्थानों से विभाग द्वारा पानी की खपत एवरेज के हिसाब से पैसा वसूला जाता है। वास्तव में यह संस्थान कितना पानी खपत करता है इसका सही पता नहीं चल पाता है। अब विभाग इन सभी संस्थानों में नई मीटर लगाने का प्रक्रिया करने जा रहा है जिससे कि पानी की बर्बादी को रोका जा सके और इन संस्थानों से खपत के अनुसार पानी का पैसा वसूला जा सके।

बाइट विशाल कुमार अधिशासी अभियंता जल संस्थान


Conclusion:फिलहाल जल संस्थान ने 159 संस्थानों को ही चिन्हित किया है जो ज्यादा पानी की बर्बादी कर रहे हैं ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि जल संस्थान और उसके नुमाइंदे इन संस्थानों के साथ मिलकर कई वर्षों से इस तरह का खेल खेल रहे हैं और विभाग को चुना भी लगा रहे हैं लेकिन इन सबके बीच सबसे ज्यादा परेशानी आम उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है जो समय पर पानी का बिल का भुगतान कर पानी पीने की उम्मीद रखता है।
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