हल्द्वानी: प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में पढ़ाने वाले कई अतिथि शिक्षकों के सामने नौकरी का संकट खड़ा हो गया है. अतिथि शिक्षक पिछले तीन महीनों से बेरोजगार घूम रहे हैं. ऐसे में इन टीचरों ने सरकार से उनको वापस काम पर रखने की गुहार लगाई है.
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ऐसे में अब उनके आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. शिक्षकों ने सरकार से गुहार लगाई है कि कॉलेज में शिक्षकों की कमी को देखते हुए उनको वापस रखा जाए जिससे कि कॉलेजों में पढ़ाई के साथ-साथ उनको रोजगार भी मिल सके. इस पूरे मामले में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि सरकारी डिग्री कॉलेजों में 95% शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है. किसी भी तरह के अतिथि शिक्षकों को बाहर नहीं किया जाएगा. इसको लेकर उच्च शिक्षा निदेशक को कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. कमेटी के माध्यम से अतिथि शिक्षकों को अलग-अलग कॉलेजों में रखने का काम किया जाएगा.