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प्रदेश सरकार के कर्जे पर कांग्रेस हमलावार, कुंजवाल बोले- डबल इंजन सरकार आर्थिक रूप से है खोखली - रिजर्व बैंक से 300 करोड़ रुपये का कर्ज

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं. डबल इंजन की सरकार राज्य में विकास की गति को आगे बढ़ाने के बजाय अपनी गलत नीतियों और उसके दुःष्परिणामों के कारण कर्ज के बोझ तले दबी जा रही है.

govind singh kunjwal
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Published : Aug 12, 2019, 11:42 PM IST

हल्द्वानीः राज्य सरकार ने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 300 करोड़ रुपये फिर से कर्ज लिया है. बीते चार महीने में सरकार 1000 करोड़ रुपये का कर्ज ले चुकी है. सरकार के द्वारा बार-बार कर्ज लेने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. इसी कड़ी में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार को घेरते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार आर्थिक रूप से खोखली हो चुकी है. ऐसे में कर्ज लेकर जनता को कर्ज के बोझ तले दबाना चाहती है.

वक्तव्य देते पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल.

गौर हो कि सरकार की स्थिति सीमित आमदनी के चलते प्रतिमाह बढ़ते खर्च की पूर्ति के लिए सरकार को बार-बार कर्ज लेना पड़ रहा है. बीते 4 महीने में सरकार 1000 करोड़ का कर्ज ले चुकी है. अब दोबारा से राज्य सरकार को रिजर्व बैंक से 300 करोड़ रुपये कर्ज की अनुमति मिल गई है. जो मंगलवार को सरकार को मिल जाएगी. इससे पहले सरकार ने बीते 30 जुलाई को ही 250 सौ करोड़ का कर्ज बाजार से उठाया था, जिसके बाद अब 300 करोड़ दोबारा से फिर कर्ज उठाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं.

ये भी पढ़ेंः अब उत्तराखंड के सेबों को मिलेगी पहचान, किसान सुधीर चड्डा ने कर दिया ये काम

जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं. विकास योजनाओं के लिए कार्यदायी संस्था धनराशी के लिए तरस रही हैं, लेकिन डबल इंजन की सरकार राज्य में विकास की गति को आगे बढ़ाने के बजाय अपनी गलत नीतियों और उसके दुःष्परिणामों के कारण कर्ज के बोझ तले दबी जा रही है. इसी वजह से सरकार को राज्य में सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे उपलब्ध नहीं है.

हल्द्वानीः राज्य सरकार ने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 300 करोड़ रुपये फिर से कर्ज लिया है. बीते चार महीने में सरकार 1000 करोड़ रुपये का कर्ज ले चुकी है. सरकार के द्वारा बार-बार कर्ज लेने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. इसी कड़ी में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार को घेरते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार आर्थिक रूप से खोखली हो चुकी है. ऐसे में कर्ज लेकर जनता को कर्ज के बोझ तले दबाना चाहती है.

वक्तव्य देते पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल.

गौर हो कि सरकार की स्थिति सीमित आमदनी के चलते प्रतिमाह बढ़ते खर्च की पूर्ति के लिए सरकार को बार-बार कर्ज लेना पड़ रहा है. बीते 4 महीने में सरकार 1000 करोड़ का कर्ज ले चुकी है. अब दोबारा से राज्य सरकार को रिजर्व बैंक से 300 करोड़ रुपये कर्ज की अनुमति मिल गई है. जो मंगलवार को सरकार को मिल जाएगी. इससे पहले सरकार ने बीते 30 जुलाई को ही 250 सौ करोड़ का कर्ज बाजार से उठाया था, जिसके बाद अब 300 करोड़ दोबारा से फिर कर्ज उठाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं.

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जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं. विकास योजनाओं के लिए कार्यदायी संस्था धनराशी के लिए तरस रही हैं, लेकिन डबल इंजन की सरकार राज्य में विकास की गति को आगे बढ़ाने के बजाय अपनी गलत नीतियों और उसके दुःष्परिणामों के कारण कर्ज के बोझ तले दबी जा रही है. इसी वजह से सरकार को राज्य में सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी पैसे उपलब्ध नहीं है.

Intro:sammry- प्रदेश सरकार के कर्जे पर कांग्रेस का प्रहार।

एंकर-राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 300 करोड़ रुपये फिर से कर्ज लेने पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व जागेश्वर से विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया है ।गोविंद सिंह कुंजवाल के मुताबिक डबल इंजन सरकार आर्थिक रूप से खोखली हो चुकी है लिहाजा कर्ज पर कर्ज लेकर प्रदेश की जनता को कर्ज के बोझ तले दबाना चाहती है।




Body:पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं विकास योजनाओं के लिए कार्यदाई संस्था पैसे पैसे को तरस रही है लेकिन डबल इंजन सरकार राज्य में विकास की गति को आगे बढ़ाने के बजाय अपनी गलत नीतियों और उसके दुष्परिणामों के कारण कर्ज के बोझ तले दबी जा रही है। यही वजह है कि आज राज्य में सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी सरकार के पास फूटी कौड़ी नहीं है।




Conclusion:गौरतलब है कि सरकार की स्थिति सीमित आमदनी के चलते प्रतिमाह बढ़ते खर्च की पूर्ति के लिए सरकार को बार-बार कर्ज लेना पड़ रहा है बीते 4 महीने में सरकार ने 1000 करोड़ का कर्ज ले चुकी है अब दोबारा से 300 करोड रुपए का कर्ज़ रिजर्व बैंक से राज्य सरकार को अनुमति मिल गई है जो मंगलवार को मिलने वाला है। सरकार ने 30 जुलाई को ही 250 सौ करोड़ का कर्ज बाजार से उठाया था, जिसके बाद अब 300 करोड़ दोबारा से फिर कर्ज उठाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं।
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