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लाल किले की घटना केंद्र सरकार की साजिश- गोविंद सिंह कुंजवाल

गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर तिरंगे का अपमान कर दूसरा झंडा फहराए जाने को लेकर देशभर के लोगों में गुस्सा है. उत्तराखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर के वर्तमान विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने इस घटना को केंद्र सरकार की साजिश बताया है.

Govind Singh Kunjwal
गोविंद सिंह कुंजवाल
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Published : Jan 29, 2021, 1:53 PM IST

Updated : Jan 29, 2021, 2:16 PM IST

हल्द्वानी: गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर तिरंगे का अपमान कर दूसरा झंडा फहराए जाने को लेकर देशभर के लोगों में गुस्सा है. उत्तराखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर के वर्तमान विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने इस घटना को केंद्र सरकार की साजिश के तहत उत्पात मचवाकर किसानों को बदनाम करने का आरोप लगाया है.

लाल किले की घटना केंद्र सरकार की साजिश.

गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि किसानों के नाम पर दिल्ली और लाल किले पर उपद्रव करने वाले लोग बीजेपी के हैं. जो किसानों को बदनाम कर उनके आंदोलन को खत्म करने का काम कर रहे हैं. यह बीजेपी सरकार की सोची समझी चाल है. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा निर्धारित ट्रैक्टर मार्च के रूट को पुलिस द्वारा बदला गया था. जिसके बाद किसानों और पुलिस को आमने-सामने आना पड़ा और सरकार ने सोची-समझी चाल के तहत रूट को बदलकर किसानों को बदनाम करने का काम किया.

पढ़ें: गौरक्षा कार्यकर्ता पर धारदार हथियार से हमला, अपराधी तमंचा लहराते हुए फरार

उन्होंने आगे कहा कि लाल किले पर जिस तरह से उत्पात मचाया गया और तिरंगे का अपमान किया उसमें बीजेपी के लोग शामिल थे. बीजेपी ने उन सभी को ट्रेंड कर इस तरह का काम करने के लिए लाल किले पर भेजा था.

हल्द्वानी: गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर तिरंगे का अपमान कर दूसरा झंडा फहराए जाने को लेकर देशभर के लोगों में गुस्सा है. उत्तराखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर के वर्तमान विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने इस घटना को केंद्र सरकार की साजिश के तहत उत्पात मचवाकर किसानों को बदनाम करने का आरोप लगाया है.

लाल किले की घटना केंद्र सरकार की साजिश.

गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि किसानों के नाम पर दिल्ली और लाल किले पर उपद्रव करने वाले लोग बीजेपी के हैं. जो किसानों को बदनाम कर उनके आंदोलन को खत्म करने का काम कर रहे हैं. यह बीजेपी सरकार की सोची समझी चाल है. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा निर्धारित ट्रैक्टर मार्च के रूट को पुलिस द्वारा बदला गया था. जिसके बाद किसानों और पुलिस को आमने-सामने आना पड़ा और सरकार ने सोची-समझी चाल के तहत रूट को बदलकर किसानों को बदनाम करने का काम किया.

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उन्होंने आगे कहा कि लाल किले पर जिस तरह से उत्पात मचाया गया और तिरंगे का अपमान किया उसमें बीजेपी के लोग शामिल थे. बीजेपी ने उन सभी को ट्रेंड कर इस तरह का काम करने के लिए लाल किले पर भेजा था.

Last Updated : Jan 29, 2021, 2:16 PM IST
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