हल्द्वानी: कुमाऊं की नदियों में होने वाले खनन से अब तक सरकार को 71 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है. यह खनन कार्य 31 मई तक होगा चलेगा. दरअसल कुमाऊं की नदियों से इस बार खनन सत्र देरी से शुरू हुआ. इसके चलते सरकार को इस बार खनन प्राप्त होने वाले राजस्व में भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कुमाऊं मंडल की गौला, नंधौर और शारदा नदियों में खनन कार्य चल रहा है, जो 31 मई तक चलेगा. इन तीनों नदियों से इस बार खनन सत्र में करीब 28 लाख 90 हजार घन मीटर खनन की निकासी होनी है. जिसके सापेक्ष में कार्यदाई संस्था वन विकास निगम अभी तक करीब 19 लाख 44 हजार घन मीटर खनन निकासी करा चुका है. जिससे सरकार को 30 अप्रैल तक करीब 70 करोड़ 78 लाख 24 हजार रुपए की राजस्व की प्राप्ति हुई है.
खनन निकासी के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश: नदियों में होने वाले खनन सत्र को अभी एक माह बचा हुआ है. ऐसे में कार्यदाई संस्था वन विकास निगम के सामने खनन लक्ष्य पूरा करने की चुनौती भी हैं. जिसके लिये खनन विभाग ने खनन निकासी के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम महेश चंद्र आर्य ने बताया कि गौला, नंधौर और शारदा नदियों में खनन कार्य तेजी से चल रहा है. गौला नदी से इस बार 21 लाख 25,000 घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा गया है. जिसके सापेक्ष में अभी तक 14 लाख 21 हजार घन मीटर की खनन निकासी की जा चुकी है. सरकार को करीब 53 करोड़ 94 लाख रुपये की राजस्व की प्राप्ति हो चुकी है.
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इन नदियों से इतना खनन: नंधौर नदी से इस बार करीब 5 लाख 32,000 घन मीटर खनन सामग्री की निकासी होनी है. इसके सापेक्ष में 3 लाख 71 हजार घन मीटर खनन की निकासी हो चुकी है. इससे सरकार को 11 करोड़ 98 लाख 56,000 की राशि प्राप्त हुई है. जबकि शारदा नदी से 1 लाख 82 हजार घन मीटर खनन निकासी होनी है. इसके सापेक्ष में 1 लाख 50 हजार घन मीटर से अधिक का खनन निकासी कार्य हो चुका है. इससे सरकार को करीब 4 करोड़ 86 लाख रुपए के राजस्व की प्राप्ति हो चुकी है. उन्होंने बताया कि 31 मई तक खनन निकासी कार्य होना है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि खनन कार्य में तेजी लाई जाई. जिससे कि तय मानसून सत्र 31 मई तक खनन कार्य को पूरा कर लिया जाए.