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पहली पुण्यतिथि पर याद किए गए अटल जी, डीएसबी कॉलेज ने विभाग का नाम बदलकर दी श्रद्धांजलि

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर नैनीताल में कई जगहों पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. वहीं कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीबीएस परिसर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम भी अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र कर दिया गया.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि
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Published : Aug 17, 2019, 7:49 AM IST

Updated : Aug 17, 2019, 7:58 AM IST

नैनीताल: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम बदल दिया गया है. अब पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम अटल बिहारी वाजपेयी कर दिया गया है. कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति केएस राणा ने बताया कि विभाग का नाम बदलने के लिए दो महीने पहले ही विचार कर लिया गया था लेकिन अटल जी की पहली पुण्यतिथि पर विभाग का नाम बदला गया है.

प्रोफेसर केएस राणा ने कहा कि आने वाले समय में वह उत्तराखंड के कई अन्य महानुभाव के नाम पर कॉलेज के विभागों और छात्रावासों का नाम बदलने का काम करेंगे, ताकि छात्र छात्राओं को उत्तराखंड की महान विभूतियों के बारे में पता चल सके और वह उनके जीवन को अपने जीवन में जानने की कोशिश करें सके.

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम बदला

साथ ही कुलपति ने कहा कि इस विभाग में कई विदेशी भाषाओं का पाठ्यक्रम चलाने पर भी विचार किया जा रहा है, जिससे यहां के छात्र विदेशों में जाकर भी विश्वविद्यालय व देश का नाम रोशन करें.

पढ़ें- पूर्व PM वाजपेयी पुण्यतिथिः हर्षिल को बताया था स्विजरलैंड से भी ज्यादा खूबसूरत

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की पहली पुण्यतिथि के मौके पर नैनीताल में विभिन्न जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस मौके पर नैनीताल के विधायक संजीव आर्य ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री रहते हुए नैनीताल को बहुत कुछ दिया. जिसके लिए नैनीतालवासी हमेशा उनके ऋणी रहेंगे.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि

नैनीताल: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम बदल दिया गया है. अब पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम अटल बिहारी वाजपेयी कर दिया गया है. कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति केएस राणा ने बताया कि विभाग का नाम बदलने के लिए दो महीने पहले ही विचार कर लिया गया था लेकिन अटल जी की पहली पुण्यतिथि पर विभाग का नाम बदला गया है.

प्रोफेसर केएस राणा ने कहा कि आने वाले समय में वह उत्तराखंड के कई अन्य महानुभाव के नाम पर कॉलेज के विभागों और छात्रावासों का नाम बदलने का काम करेंगे, ताकि छात्र छात्राओं को उत्तराखंड की महान विभूतियों के बारे में पता चल सके और वह उनके जीवन को अपने जीवन में जानने की कोशिश करें सके.

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम बदला

साथ ही कुलपति ने कहा कि इस विभाग में कई विदेशी भाषाओं का पाठ्यक्रम चलाने पर भी विचार किया जा रहा है, जिससे यहां के छात्र विदेशों में जाकर भी विश्वविद्यालय व देश का नाम रोशन करें.

पढ़ें- पूर्व PM वाजपेयी पुण्यतिथिः हर्षिल को बताया था स्विजरलैंड से भी ज्यादा खूबसूरत

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की पहली पुण्यतिथि के मौके पर नैनीताल में विभिन्न जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस मौके पर नैनीताल के विधायक संजीव आर्य ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री रहते हुए नैनीताल को बहुत कुछ दिया. जिसके लिए नैनीतालवासी हमेशा उनके ऋणी रहेंगे.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि
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कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी के परिसर के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम हुआ अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र।

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कुमाऊं विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद के द्वारा पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखने को लेकर संस्तुति हुई थी जिसको लेकर आज पंडित अटल बिहारी वाजपेई की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के एस राणा ने पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग का नाम बदलकर अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र करा गया।


Body:विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केएस राणा ने विभाग का नाम बदलने का औपचारिक शुभारंभ किया साथ ही कुलपति ने कहा कि विभाग अटल जी के नाम की तरह पहुंचा मुकाम हासिल करेगा और उनके द्वारा इसे देश के बड़े केंद्र के रूप में विकसित करने से आजीवन सहयोग करने के लिए वो प्रयास करेंगे।
साथ ही कुलपति ने कहा कि इस विभाग में कई विदेशी भाषाओं का पाठ्यक्रम चलाने पर भी विचार कर रहे हैं ताकि यहां के छात्र विदेशों में जाकर भी विश्वविद्यालय व देश का नाम रोशन करें,


Conclusion:इस दौरान को प्रोफेसर केएस राणा ने कहा कि आने वाले समय में वह उत्तराखंड के कई अन्य महानुभाव के नाम पर कॉलेज के विभागों छात्रावासों समेत अन्य विभागों का नाम बदलने का काम करेंगे ताकि छात्र छात्राओं को उत्तराखंड की महान विभूतियों के बारे में पता चल सके और वह उनके जीवन को अपने जीवन में जानने की कोशिश करें सके,

बाईट- के एस राणा,कुलपति कुमाऊँ विश्व विद्यालय।
Last Updated : Aug 17, 2019, 7:58 AM IST
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