हल्द्वानी: सूबे में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने शनिवार को पदयात्रा की शुरू कर दी है. यह पदयात्रा बुद्धापार्क तिकोनिया से शुरू होकर शहीद पार्क तक हुई. वहीं, हरीश रावत का कहना है कि वह पूरे प्रदेश में 101 पदयात्रा निकालेंगे और लोगों को नशे के खिलाफ जागरुक करेंगे.
बता दें कि उत्तराखंड में नशे की प्रवृत्ति दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लोगों को नशे के खिलाफ जागरुक करने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में पदयात्रा करने का निर्णय लिया है. जिसका शनिवार को हल्द्वानी से आगाज हो गया है. नशे के खिलाफ निकली इस पदयात्रा में भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया और पारंपरिक वाद्ययंत्र और नृत्य के साथ लोगों को नशे के खिलाफ जागरुक किया गया.
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हल्द्वानी में 'नशे के खिलाफ जंग ,आओ लड़े संग-संग' के नारे को बुलंद करते हुई इस पदयात्रा में पूर्व सीएम हरीश रावत के अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, महिला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा मौजूद रहे. पदयात्रा में हल्द्वानी की अनेक सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपना समर्थन भी किया. पदयात्रा बुद्ध पार्क तिकोनिया से शहीद पार्क तक निकाली गई. इस मौके पर हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में नशे ने पूरी तरह से अपने पैर पसार लिए हैं. जिसको देखते हुए यह जरुरी है कि लोगों को साथ लेकर नशे के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाए जाएं.
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वहीं, हरीश रावत ने कहा कि जो लोग नशे को लेकर पहले से अभियान चला रहे हैं. इस पद यात्रा का उद्देश्य उन लोगों को समर्थन देना है क्योंकि अगर हमें अपने नौनिहालों को बचाना है. साथ ही नशे के खिलाफ जनता को आगे आना पड़ेगा. नशे के खिलाफ पद यात्रा का शुभारंभ शनिवार को किया गया और पूरे प्रदेश में 101 जगहों पर किया जाएगा.